यूनेस्को की सूची में भगवद्गीता और नाट्यशास्त्र रू सनातन की गौरवगाथा

डॉ ब्रजेश कुमार मिश्र भारत सनातन संस्कृति का केंद्र है। इसकी गौरवशाली परम्परा तर्क, वैज्ञानिकता, विश्वास, आस्था, जीवन-शैली, आराधना, अर्चना तथा सांस्कृतिक विरासत को स्वयं

जानकारी/ चार्ल्स डार्विन का द्वीप ‘विशाल कछुआ’

ए. पी. भारती विश्व विख्यात वैज्ञानिक चार्ल्स डार्विन का जन्म सन 1809 में ब्रिटेन में हुआ था। उनको उनके ’विकासवाद के सिद्धांत‘ के कारण जाना

संसार में सभ्यता और संस्कृति के संस्थापक भगवान आदिनाथ

संदीप सृजन जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ, जिन्हें ऋषभनाथ, ऋषभदेव या आदिनाथ के नाम से जाना जाता है, उन्होंने न केवल आध्यात्मिक मार्ग

एक प्राचीनतम हिन्दू जनजाति है बैगा, जानिए इनकी परंपरा और धार्मिक मान्यताएं

विवेक रंजन श्रीवास्तव नर्मदा अंचल के जंगलों में दुर्गम पहाडियों में बसी प्राचीनतम हिन्दू जनजाति बैगा अपनी आदिम जीवन शैली के कारण आज भी कौतुहल

प्रयागराज महाकुंभ को साम्प्रदायिक नहीं समावेशी सांस्कृतिक दृष्टि से देखिए 

गौतम चौधरी  विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम, महाकुंभ मेला, आध्यात्मिकता, आस्था और सांस्कृतिक विरासत का शानदार उत्सव है। यह आयोजन, जो पवित्र गंगा यमुना

भारतीय साम्यवादी आन्दोलन 100 वर्ष/ भारत में कम्युनिस्टों का इतिहास, विचारधारा और योगदान

गौतम चौधरी उन्नीसवीं शताब्दी में यूरोपीय विचारकों तथा आंदोलनों पर मार्क्सवाद का प्रभाव साफ-साफ दिखता है। उस काल में भारत पर साम्राज्यवादी नीतियों के कारण

भारतीय महिलाओं की वास्तविक नायिका बेगम कुदसिया ऐजाज़ रसूल

डॉ. अनुभा खान बेगम कुदसिया ऐजाज़ रसूल सचमुच की भारतीय महिलाओं की नायिका थी। उनकी जीवन यात्रा इस दोहे के सार को साकार करती है,

साम्यवादी आन्दोलन के 100 साल/ स्वातंत्रोतर भारत में कम्युनिस्ट पार्टी की दशा और दिशा

गौतम चौधरी भारत को 1947 में आज़ादी मिली। इधर एमएन रॉय वाला कम्युनिस्टों का धरा इस स्वतंत्रता को आधा-अधुरा माना और संघर्ष जारी रखने की

कुंभ पर विशेष/ संगम धरा पर लगाइये आस्था की डुबकी

डॉ. श्रीगोपाल नारसन प्रयागराज महाकुंभ के मीडिया सेंटर का उदघाटन हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है।उन्होंने महाकुंभ की विशेषताओं का वर्णन करते

दक्षिणपंथ/ मकर संक्रांति से महाशिवरात्रि यानी 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक पवित्र गंगा-जमुना-सरस्वती नदियों के संगम पर ‘महाकुंभ मेला’

केशवराजु अकारपु भारत वर्ष के चार स्थानों पर लगने वाले धार्मिक सांस्कृतिक मेले को कुंभ मेला कहा जाता है। यह मेला एक स्थान पर 12

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