पटना की वो तवायफ जो मच्छरहट्टा के सतघरवा में रहती थी

अरुण सिंह अगली पुस्तक के लिए पटना की तवायफों पर काम करते हुए बी. छुट्टन नाम की एक बेमिसाल किरदार से सामना हुआ। वह 1875

आधुनिकीकरण से प्राप्त सुविधाओं के साथ काँटे भी, जिसे स्वीकारना पड़ेगा

चन्द्र प्रभा सूद कुछ दशक पूर्व हमारे देश में सभी गृहणियाँ बैठकर खाना पकाया करती थीं। जमीन पर चूल्हा बनाया जाता था, उसमें लकड़ी जलाकर

बालिका वधुओं को पढ़ाने वाले धन्नाराम की प्रेरणास्पद कहानी

अमरपाल सिंह वर्मा राजस्थान में बाल विवाह एक बड़ी समस्या है। हर साल अक्षय तृतीय के अबूझे सावे पर राज्य में हजारों बच्चे वैवाहिक बंधन

दुनियाभर में भटक रहे आवारा पूंजी का संजाल और शेयर बाज़ार का गोरखधन्धा

विराट शेयर वास्तव में कम्पनी द्वारा शेयरधारक के साथ किये हुए करार का एक प्रमाणपत्र होता है जिसके अनुसार कम्पनी को होने वाले मुनाफ़े के

लव जेहाद गलत विमर्श, जबरन धर्मांतरण का इस्लाम में कोई स्थान नहीं

गौतम चौधरी हाल के दिनों में, ‘लव जिहाद’ शब्द बड़ी तेजी से सुर्खियां बटोरने लगा है। इस मामले को लेकर विभिन्न प्लेटफार्मों पर बहस और

योगी के राजनीतिक गढ़ में अपनी सियासी जमीन तलाशती ममता

प्रभुनाथ शुक्ल देश का आम चुनाव जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जनविश्वास की चुनौती का बड़ा सवाल है, वहीं दूसरी तरफ विखरे विपक्ष की

भारतीय उपमहाद्वीप में आतंकवाद के नए मॉड्यूल पर विमर्श करती पुस्तक, ‘‘PFI : इस्लाम के नाम पर आतंक का धंघा’’ 

रजनी राणा  पुस्तक का नाम – PEI : इस्लाम के नाम पर आतंक का धंधा।   लेखक – गौतम चौधरी, रांची।   प्रकाशक – आकृति प्रकाशन, एफ-29, सादतपुर एक्सटेंशन,

उदासीन जनता, बेचैन भाजपा, यदि ऐसा ही रहा तो मोदी के परिवार का क्या होगा?

गौतम चौधरी  विगत कुछ दिनों से संसदीय आम चुनाव 2024 का आकलन कर रहा हूं। वैसे 2014 और 2019 का भी आम चुनाव तसल्ली से

कानून और आपसी भाईचारे की शर्तों पर इस्लामिक धार्मिक कर्मकांडों का प्रदर्शन नाजायज

डॉ. अनुभा खान इस्लाम अपने अनुयायियों को दिन में पांच बार प्रार्थना करने के लिए प्रोत्साहित करता हैै। नमाज, इस्लाम के पांच अनिवार्य कर्मकांडों में

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