नई दिल्ली/ पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के प्रीमियर मार्क मैक्गोवन ने मंगलवार को आरोप लगाया कि लौट रहे यात्रियों की भारत में की गई कोविड-19 जांच या तो त्रुटिपूर्ण है या विश्वास योग्य नहीं है जिससे व्यवस्था की ईमानदारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं और यहां कुछ समस्या उत्पन्न हो रही है।
मैक्गोवन की टिप्पणी तब आई जब पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में अधिकारियों ने कहा कि पर्थ में होटल में पृथक-वास में रखे गए चार लोग भारत से वापस आने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के अधिकारी इसलिए चिंतित हैं क्योंकि लौट रहे यात्रियों में से ज्यादातर ऐसे हैं जो भारत से वापस आ रहे हैं जहां महामारी की दूसरी लहर ने गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है।
मैक्गोवन ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘‘भारत से वापस आ रहे यात्रियों को लेकर हमें समस्या है। भारत में की गईं कुछ जांच या तो त्रुटिपूर्ण हैं या विश्वास योग्य नहीं हैं, और स्पष्ट है कि इससे यहां कुछ समस्या खड़ी हो रही है।’’
उन्होंने कहा कि वायरस संक्रमण लेकर ऑस्ट्रेलिया पहुंच रहे लोगों की बड़ी संख्या से पता चलता है कि व्यवस्था विफल हो रही है।
मैक्गोवन ने कहा कि यह बड़ा सवाल है कि विमानों में सवार होने से पहले लोगों द्वारा दिखाई जा रहीं जांच रिपोर्ट क्या पूरी तरह सही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि जांच त्रुटिपूर्ण हैं या उनमें थोड़ी धोखेबाजी है जिससे कि लोग उड़ानों में सवार हो सकें तो इससे व्यवस्था की ईमानदारी पर सवाल खड़ा होता है और हमें इन समस्याओं से क्यों पीड़ित होना पड़ रहा है।’’
मैक्गोवन ने लोगों से भारत की यात्रा न करने का भी आग्रह किया। इस बीच, गृह मंत्री कारेन एंड्रूज ने कहा कि भारत में स्थिति बहुत भयावह है जहां रोजाना संक्रमण के हजारों मामले आ रहे हैं और अनेक लोगों की मौत हो रही है।
उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि सरकार ऑस्ट्रेलिया से भारत को दी जा सकने वाली मानवीय सहायता पर विचार कर रही है।