लव जेहाद गलत विमर्श, जबरन धर्मांतरण का इस्लाम में कोई स्थान नहीं

गौतम चौधरी हाल के दिनों में, ‘लव जिहाद’ शब्द बड़ी तेजी से सुर्खियां बटोरने लगा है। इस मामले को लेकर विभिन्न प्लेटफार्मों पर बहस और

भारतीय उपमहाद्वीप में आतंकवाद के नए मॉड्यूल पर विमर्श करती पुस्तक, ‘‘PFI : इस्लाम के नाम पर आतंक का धंघा’’ 

रजनी राणा  पुस्तक का नाम – PEI : इस्लाम के नाम पर आतंक का धंधा।   लेखक – गौतम चौधरी, रांची।   प्रकाशक – आकृति प्रकाशन, एफ-29, सादतपुर एक्सटेंशन,

यदि इस्लाम समानता की बात करता है तो मुस्लिम प्रश्नल लॉ बोर्ड पसमंदा मुसलमानों के प्रति उदासीनता क्यों?

डॉ. हसन जमालपुरी बात छोटी है लेकिन बात बड़ी भी है। इस्लाम हमें समानता का अधिकार देता है लेकिन भारत में कुछ ऐसी मुस्लिम ऑटोनोमश

इस्लाम में केवल दीनी ही नहीं आधुनिक शिक्षा का भी महत्व

हसन जमालपुरी इस्लाम के प्रणेता, जिन्हें उनपर विश्वास करने वाले आदर से पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम, कह कर पुकारते हैं, ने अपने पहले

इस्लाम के मूल चिंतन में छुपा है पश्चिम एशिया की शांति, बस सार्थक पहल की जरूरत 

गौतम चौधरी  हमास और इजराइल के बीच लड़ाई का दायरा बढ़ता जा रहा है। अभी हाल ही में इस युद्ध में प्रत्यक्ष रूप से ईरान

इस्लाम न तो आधुनिकीकरण का विरोधी है और न ही खेल-कूद का

सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी इस्लाम न तो आधुनिकीकरण का विरोधी है और न ही खेल-कूद का। मासलन, इस्लाम उन बातों से दूर रहने की

यदि बराबरी का हक देता है इस्लाम तो महिलाओं को मस्जिद में नमाज पर मनाही क्यों?

हसन जमालपुरी इस्लाम प्रत्येक इंसान को बराबरी का हक देता है लेकिन कई ऐसे मौके आते हैं, जहां इस्लाम के व्याख्याकार अपने तरीके से धार्मिक

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