राकेश सैन पंजाब के लोगों में निहंगों के प्रति विश्वास की प्रतीक है यह लोकोक्ति ‘आ गए निहंग-बूहे खोल देयो निसंग’ अर्थात निहंग आ गए
राकेश सैन पंजाब के लोगों में निहंगों के प्रति विश्वास की प्रतीक है यह लोकोक्ति ‘आ गए निहंग-बूहे खोल देयो निसंग’ अर्थात निहंग आ गए