शौर्य, पराक्रम व बलिदान की जीवंत भूमि है उदयपुर

विनोद बब्बर गत वर्ष साहित्य मंडल के कार्यक्रम में श्रीनाथद्वारा जाने का अवसर मिला। भगवान श्रीनाथजी के पाटोत्सव के अवसर पर आयोजित इस द्विवसीय समारोह

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