नई दिल्ली/ अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के मंत्रीमण्डल प्रमुख ने देश में मंदिर और गुरुद्वारों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने का वाद किया है।
अफगानिस्तान में रहने वाले सिख व हिंदू समुदायों के प्रतिनिधियों से सोमवार को काबुल में मुलाकात के दौरान मुल्ला अब्दुल वासे ने कहा कि आपलोग अफगानिस्तान में रहिए। हमारी सरकार आपके और आपके उपासना स्थलों की सुरक्षा करेगी।
तालिबान नेता अब्दुल वासे ने कहा कि अफगानिस्तान, सभी अफगानियों का घर है और यहां के सिख तथा हिंदू, इसी राष्ट्र के नागरिक हैं। उनका कहना था कि हम इन अल्पसंख्यकों के उपासना स्थलों की रक्षा स्वयं करेंगे और संपत्ति संबन्धी उन्हें कोई भी समस्या होगी तो उसका भी समाधान करेंगे।
सुरक्षा कारणों से अफगानिस्तान छोड़कर विदेश चले जाने वाले नागरिकों को संबोधित करते हुए तालिबान नेता ने कहा कि आप लोग स्वदेश वापस आकर यहां शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कीजिए।
बाता दें कि विगत दिनों अफगानिस्तान की राजधानी काबुल गुरुद्वारे पर किये गए हमले को तालिबान आईएसआईएस द्वारा किया गया हमला बताता रहा है। इस हमले में बड़ी संख्या में सिख मारे गए थे।
गौरतलब है कि जब अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिक थे तब न तो कभी हिन्दुओं पर आक्रमण हुआ और न ही सिखों के गुरद्वारों हमले हुए लेकिन तालिबान के शासन के बाद से हिन्दू-सिख सहित उन तमाम अल्पसंख्यक समूहों पर हमले बढ़ गए हैं, जिसे तालिबानी बिचारधारा में काफिर करार दिया गया है।
ईरान की मीडिया भी गुरद्वारे पर हुए हमले को आईएसआईएस द्वारा किया गया हमला मानता है। इससे यह साबित होता है कि तालिबानियों को ईरान और पाकिस्तान दोनों ही देशों का प्रत्येक्ष और परोक्ष सहयोग प्राप्त हो रहा है।
उक्त हमले के बाद नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने बिना समय गमाए अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदुओं और सिखों के लिए स्पेशल वीजा जारी करने की घोषणा की गयी है।