रांची/ राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन के समर्थन में आज रांची के राजभवन पर संयुक्त किसान मोर्चा एवं मजदूर संगठनके द्वारा प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन कर रहे किसान-मजदूर जनविरोधी तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे थे।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व सांसद भुबनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। किसानों के साथ दोयम दर्जे के नागरिक-सा व्यवहार कर रही है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार की हटधर्मिता के कारण आज किसान सड़को पर है। मेहता ने कहा कि विगत 7 महीनों से किसान आंदोलनरत है। साम्यवादी नेता ने कहा कि किसान संगठन के नेता, बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है।
मेहता ने कहा कि किसान विरोधी तीनों काले कानून, मजदूर विरोधी चार कोड एवं बिजली बिल 2020 को निरस्त करने तक किसान आन्दोलन जारी रहेगा। साथ ही एमएसपी के लिए केंद्र की सरकार कानून बनाए, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करे।
प्रदर्शन में सीटू के नेता प्रकाश विप्लव ने कहा कि जब तक मांगे मानी नहीं जाती तब तक आंदोलन चलता रहेगा। एक्टू नेता भुबनेश्वर केवट ने कहा कि किसान के हर लड़ाई में साथ है। सीपीआई के जिला सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि अन्नदाता का अपमान केंद्र सरकार को भारी पड़ेगा।
प्रदर्शन में किसान नेता प्रफुल लिंडा, अनिर्बान बोसे, एस के राय, सी.पी.एम. के सुख नाथ लोहरा, मनोज ठाकुर, पुरेंद्र महतो, किसान सभा के कार्यकारी अध्यक्ष के डी सिंह, नंदिता, मासस के सुशांतो मुखेर्जी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे। प्रदर्शन के बाद राज्यपाल महोदय को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।