रांची/ उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-तिब्बत सीमा से लगे सुमना-2 में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कैंप के समीप हिमस्खलन से बीआरओ के 10 मजदूरों की मौत पर भाकपा-माले राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद और विधायक विनोद सिंह ने संयुक्त बयान जारी कर दु:ख व्यक्त किया है।
अपने बयान में दोनों नेताओं ने कहा कि 7 मजदूर घायल होने के साथ ही 8 मजदूर अभी भी लापता हैं। बीआरओ लापता मजदूरों को पता करने के लिए युद्ध स्तर पर काम करें। घायल मजदूरों को समुचित इलाज कराने की गारंटी की जाए। बीआरओ मजदूरों को सेना की जवान की तर्ज पर मुआवजा दे।
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार भी झारखंड के मारे गए इन सभी 10 मजदूरों को हरेक परिवार को 10 10 लाख का मुआवजा दे। बल्कि पलायन की पीड़ा झेल रहे झारखंड में यह नीतिगत फैसला हो कि दूसरे जगह काम करने गए झारखंड के मजदूरों की मृत्यु होने पर झारखंड सरकार 10 लाख रु का मुआवजा और मृतक के आश्रितों को नौकरी प्रदान करेगी।
झारखंड के एक ही हादसे में 10 लोगों की मौत राज्य के लिए काफी दर्दनाक स्थिति है। राज्य सरकार बीआरओ के मारे गए इन मजदूरों के लिए अविलंब समुचित मुआवजा मुहैय्या कराने के लिए दबाव बनाए।