नई दिल्ली/ यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा शनिवार को सरकार के अधिकार क्षेत्र वाले शहर को निशाना बनाकर किये गये मिसाइल हमले में पांच वर्षीय एक बच्ची समेत कम से कम 17 लोगों की मौत हो गयी। देश में अमेरिका के एक राजदूत ने विद्रोहियों पर युद्धग्रस्त देश में शांति के प्रयासों को नाकाम करने का आरोप लगाया।
प्रांतीय गवर्नर के प्रेस सचिव अली अल-गुलिसि के अनुसार मिसाइल मारिब शहर के रावधा क्षेत्र में एक गैस स्टेशन पर गिरी। सूचना मंत्री मोअम्मर अल इरयानी ने बताया कि हमले में 17 लोगों की मौत हुई है और पांच लोग घायल हुए हैं। ये सभी आम नागरिक हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका से हमले की निंदा का आह्वान किया और इसे युद्ध अपराध बताया। हालांकि घटना को लेकर हूतियों की ओर से तत्काल कोई बयान नहीं आया है।
सरकारी समाचार एजेंसी की खबर के अनुसार विद्रोहियों ने मिसाइल हमले के तुरंत बाद विस्फोटक से लदे एक ड्रोन से भी हमला किया। ड्रोन हमले में दो एंबुलेंस को क्षति पहुंची है।
ईरान समर्थित हूती विद्रोही यमन के उत्तरी हिस्से पर नियंत्रण के इरादे से फरवरी से ही अंतरराष्ट्रीय मान्यताप्राप्त सरकार के अधिकार वाले मारिब पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। मारिब पर शनिवार को हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब एक दिन पहले यमन में अमेरिका के विशेष दूत टिम लेंडरकिंग ने विद्रोहियों की निंदा की और उन पर तत्काल आवश्यक संघर्ष विराम पर पहुंचने में नाकाम रहने का आरोप लगाया।