संजय कुमार साह
इसमें शक नहीं कि भारत में तोतों को अपने परिवार का हिस्सा बनाने, उन्हें प्रेम करने और उन्हें सिखाने-पढ़ाने की बड़ी पुरानी परंपरा है। इसलिए आज भी कई घरों में ऐसे तोते मिल जाएंगे जो कहते हंै-’मिठू-मिठू तोता, राम-राम बोलता।‘ कुछ घरों में सीटी बजाने वाले, भजन या सिने गीत गाने वाले या अपनों का नाम लेकर संबोधित करने वाले भी मिल जाएंगे। यहां हम इन तोतों की नहीं दूसरे देशों के उन तोते महाराजाओं की बात कर रहे हैं जो अपनी सख्त आदतों की वजह से ही चर्चा का विषय बनकर मीडिया की सुर्खियां बने।
ऐसा ही एक तोता है दक्षिण अफ्रीका का जो गालियां देने में खासी महारत रखता है जबकि वहीं एक दूसरा तोता है जिसे ब्रांडी और कोक पीने का भारी शौक है।
इनके बारे में तब पता चला जब दक्षिण अफ्रीका की पुलिस ने चोरी हो गए दो तोते ढूंढ निकाले। इन तोतों को खोजने के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कराने वाले व्यक्ति से कहा कि वह उन शब्दों की सूची बनाकर पुलिस को दे जिनका इस्तेमाल तोता करता था। बदले में रिपोर्ट दर्ज कराने वाले व्यक्ति ने पुलिस को गंदे, अभद्र और अश्लील शब्दों की सूची पकड़ा दी। पुलिस हैरत में पड़ी लेकिन इन्हीं शब्दों ने पुलिस पाॅली नाम के इस गुमशुदा तोते की पहचान कर ली। भौंचक पुलिस वाले ने रिपोर्ट लिखने वाले व्यक्ति से कहा-आपके तोते की जानकारी मिल गई है। जितनी जल्दी हो, इस तोते को ले जाएं।
तोते के मालिक पीट डु प्लेसी ने 2002 में स्थानीय थाने में एक रिपोर्ट दर्ज की थी कि पाॅली और पोला नाम के उनके दो तोते चोरी हो गए हैं। इनमें से पोला को ब्रांडी और कोक पीने का बेहद शौक है। डु प्लेसी ने थाने मे ंदर्ज रिपोर्ट में कहा था कि उसे संदेह है कि उन्हें कोई दवा दी गई होगी। तोते मिलने के बाद वे दोनों ही तोते उसके मालिक को लौटा दिए गए मगर डु प्लेसी को बहुत दिनों तक इस बात का डर बना रहा कि वे फिर चोरी किए जा सकते हैं। इसलिए अब रात में वे उन दोनों को पास ही रखकर सोने लगा।
एक और मजेदार तोते की कहानी स्पेन की है। स्पेन के शहर बार्सिलोना के तोतों को देखकर यही लगता है कि उन्हें अपने रंग का रंग यानी हरा रंग पसंद है। उन्हें जो कुछ हरा दिखता है, चटक जाते हैं, क्वेकर के नाम से जाने जानेवाले इन तोतों को भूख जबरदस्त लगती है और फिर उन्हें जो भी हरी चीज दिखती है, ये उस पर टूट पड़ते हैं। कोई एक फुट लंबे-चैड़े ये तोते देखने में भी बड़े तगड़े लगते हैं। खा-पीकर कद्दावर बनते इन तोतों की बार्सिलोना में संख्या बढ़ती जा रही हैं। दर हकीकत क्वेकर तोते दक्षिण अमेरिकी देशों के पक्षी हैं।
सत्तर के दशक में स्पेन के कुछ शौकीन लोगों को ये तोते इतने अच्छे लगे कि वे उन्हें अपने साथ बार्सिलोना ले आए। अब ले तो आए मगर जब ये तोते अपनी असलियत पर उतर आए, तो उनका तोते पालने का शौक धरा रह गया। आखिर इन लोगों ने तोतों को छोड़ दिया। आज वहीं तोते 30-40 से बढ़कर दो हजार से भी ज्यादा की संख्या पार कर गए हैं। अब बार्सिलोना के शहरों और गांव में इनका हुड़दंग जारी है। किसानों के हाथ के तोते इसलिए उड़ रहे हैं क्योंकि खेत के हरे कच्चे टमाटर ये बिना देरी किए खा रहे है।
अब बात उस तोते की जिसने शौहर के सामने उसकी बीबी का ऐसा राज फाश किया कि मियां के तोते उड़ गए। क्रिस टेलर नाम के एक व्यक्ति को इस बात का तब पता चला जब अचानक उसके तोते ने ’हाय गैरी, आई लव यू‘ और चुंबनांे की आवाज निकालना शुरू कर दिया।
क्रिस के मुताबिक, जब मैंने अपने तोते जिग्गी को यह कहते सुना और सूजी की ओर देखा तो उसका मुंह लाल हो रहा था, मैं समझ गया कि दाल में कुछ काला है।
आखिर सूजी ने यह स्वीकार कर लिया कि वह एक पुराने दोस्त गैरी से घर में छिपकर मिलती है। वह घर जो दोनों ने एक साथ बसाया था, तोते के पोल खोलने के बाद उजड़ गया। जाहिर है दोनों प्रेमी-प्रेमिका का संबंध टूट गया और वे अलग हो गए।
अफ्रीकी मूल के एक तोते एनकीसी ने अपने बोलने के हुनर से वैज्ञानिकों को हैरत में डाल दिया है। यह तोता बोल-समझ सकता हैं, हंसी मजाक की कला पहचानता है। वह किसी बच्चे की तरह नए शब्द या वाक्य भी बना लेता हैं। जब वह पहली बार चिम्पैजियों की विशेष डाक्टर जेड़ गुडाल से मिला और उनकी चिम्पैंजियों के साथ खींची गई एक तस्वीर देखी तो बोला-आपके पास चिम्पैंजी है?
यूनिवर्सिटी आफ केंब्रिज के स्कूल आफ वेटेनरी मेडिसिन के प्रोफेसर डानल्ड ब्रूम के मुताबिक पशु-पक्षियों की पहचानने की शक्ति व्यक्ति को लगातार देखने के साथ ही विकसित होने लगती है और इस क्षेत्रा में तोतों ने सबसे अधिक प्रगति की है।
(अदिति)