नयी दिल्ली/रांची/पटना/ लद्दाख से लेकर झारखंड तक और उत्तर-पश्चिम भारत का एक बड़ा हिस्सा भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहा है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
मौसम विज्ञान विभाग के कार्यालय ने कहा कि बीते 24 घंटों में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड और बिहार में अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर (5.1 डिग्री सेल्सियस या अधिक) रहा। राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया जो सामान्य से सात डिग्री अधिक था।
उत्तराखंड के देहरादून में अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री दर्ज किया गया, इस मौसम के सामान्य से 9.5 डिग्री अधिक है, जबकि हिमाचल प्रदेश के ऊना में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 6.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है। जम्मू-कश्मीर में कटरा में अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 5.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि जम्मू में पारा 44.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
झारखंड के डाल्टनगंज में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 9.1 डिग्री अधिक था। मौसम कार्यालय ने अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बदलाव नहीं होने का अनुमान जताया है। वैसे झारखंड सहित पश्चिम बंगाल और ओड़िसा में तापमान में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। झारखंड की राजधानी रांची और आसपास के क्षेत्रों के आकाश में बादल छाए हैं और तेज हवा चल रही है। इसके कारण यहां गर्मी से थोड़ी राहत मिल रही है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया है कि मध्य और पूर्वी भारत अगले तीन दिनों तक अधिक तापमान से जूझता रहेगा और उसके बाद कुछ राहत की उम्मीद है। पंजाब और हरियाणा में पिछले कई दिनों से जारी गर्मी में कोई कमी नहीं आई है। चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजस्थान के कई स्थानों पर सोमवार को दिन का तापमान सामान्य से एक डिग्री से लेकर 6.5 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
दिल्ली में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, सोमवार को अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने 19 जून से भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने का अनुमान जताया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जो मंगलवार को भी लागू रहेगा तथा अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
राजधानी क्षेत्र दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर लू से लेकर भीषण लू की स्थिति दर्ज की गई। मौसम विभाग ने मंगलवार को दिल्ली में कई स्थानों पर लू से लेकर भीषण लू की स्थिति के साथ आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है। दिल्ली में आगामी दो दिनों तेज हवा चलेगी। बता दें भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) मौसम संबंधी चेतावनियों के लिए चार रंग कोड का उपयोग करता है। हरा (कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं), पीला (निगरानी रखें और अद्यतन रहें), नारंगी (तैयार रहें) और लाल (कार्रवाई करें)। मौसम विज्ञान विभाग इन कोर्डों के माध्यम से अपनी बात उजागर करता है।
आईएमडी के सात दिवसीय पूर्वानुमान के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार से हल्की राहत मिलेगी। बुधवार और गुरुवार को दिल्ली के येलो अलर्ट पर रहने की उम्मीद है, जबकि शुक्रवार और शनिवार को इसे ग्रीन अलर्ट पर रखा जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार के बाद एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत की ओर बढ़ेगा, जो राष्ट्रीय राजधानी को भी प्रभावित करेगा और राहत लेकर आएगा। इसके कारण बारिश की भी संभावना व्यक्त की जा रही है।
पटना बिहार में गर्मी का कहर जारी है। यहां अगले 2 दिनों तक राहतत मिलने की उम्मीद नहीं है। सोमवार को राज्य में लू लगने से 14 लोगों की हुई मृत्यु हो गयी। इनमें औरंगाबाद में 6, जहानाबाद में 3, गया के 5 लोग शामिल हैं। मौसम विभाग ने आज बिहार के 9 जिलों में भीषण गर्मी और लू का रेड अलर्ट जारी किया है। जिसमें पटना, जहानाबाद, गया, औरंगाबाद, अरवल, रोहतास, कैमूर, भोजपुर और बक्सर शामिल है। 8 जिलों में लू का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जिसमें सीवान, सारण, वैशाली, शेखपुरा, बेगूसराय, समस्तीपुर, नवादा और नालंदा शामिल है। इसके अलावा कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण इन 13 जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना बतायी गयी है।
झारखंड के दक्षिणी छोटानागपुर के कुछ क्षेत्रों में तेज हवा चल रही है। हवा में नमी की मात्रा अधिक बतायी जा रही है। मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह समय मॉनसून का तो नहीं है लेकिन बारिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। रांची और आसपास में पहले भी प्रीमॉनसून बारिश होती रही है। मौसम विज्ञान विभाग के रांची केन्द्र ने 17 जून को ही बारिश की संभावना जतायी थी। हालांकि कुछ क्षेत्रों बुंदाबुंदी हुई भी लेकिन संभावना के अनुकूल बारिश देखने को नहीं मिल रही है। मंगलवार की सुबह आकाश में बादल छाए थे और बारिश की पूरी संभावना थी लेकिन हवा की गति तेज होने के कारण बारिश नहीं हो पायी। वैसे हवा में नमी और आकाश में बादल के कारण लोग राहत महसूस कर रहे हैं। साथ ही रांची और आसपास के तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गयी है।