रांची/ विधानसभा में हुई घटना पर बुधवार को झारखंड भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, अपने अंतिम समय में भी राज्य सरकार ने अपना चरित्र नहीं बदला। जाते जाते भी अन्याय और अत्याचार ही कर रहे। जो 5 साल तक जनता के साथ किया, युवाओं, किसानों, बेरोजगारों, महिलाओं, आदिवासी, दलित, पिछड़ों के साथ किया आज उसी की पुनरावृति सदन के भीतर प्रतिपक्ष के विधायकों के साथ किया।
मरांडी ने कहा कि प्रतिपक्ष सवाल सदन में नही पूछे तो फिर कहां पूछें। क्या सदन केवल सत्ता पक्ष के सहारे चलेगा या विपक्ष भी उसमे शामिल है। यदि विपक्ष शामिल है तो फिर सदन में विपक्ष के विधायकों की आवाज क्यों नही सुनी जा रही। भाजपा और एन डी ए विधायक जब सदन के भीतर धरने पर बैठे हैं तो फिर वहां बिजली काट देना, एसी बंद करवा देना ये कहां का न्याय है। आखिर यह सरकार क्या दिखाना चाहती है?
उन्होंने कहा कि 5 साल से भाजपा जवाब मांग रही, इन्हीं के वादों,घोषणाओं की मांग रही।और ये लगातार भाग रहे। आज अंतिम सत्र है तो फिर कब इनसे जवाब मांगे विपक्ष। उन्होंने कहा कि सरकार की नियत आज प्रकट हो गई। ये अपनी नाकामियों से बौखलाहट में हैं।लोकसभा चुनाव के परिणाम इन्हे डरा रहे हैं। एक तरफ राज्य सरकार नए नए योजनाओं का हवाला देकर जनता को फिर से दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रही है लेकिन पुराने वादों को याद कराने पर अलोकतांत्रिक तरीके अपना रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा इन्हे जनता के सवालों का जवाब देने केलिए सड़क से सदन तक बाध्य करेगी।ये सवालों से भाग नही सकते। इधर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन कर्मवीर सिंह झारखंड विधानसभा पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
इस मामले में सिंह ने कहा कि भाजपा जनता के सवालों पर पीछे नहीं हटने वाली। भाजपा और एन डी ए के विधायकों ने जो सदन के अंदर धरने पर बैठने का निर्णय लिया है,पार्टी उनके साथ है। उन्होंने कहा कि विधायक गण रात को भी धरने पर बैठे रहेंगे। प्रतिपक्ष का सवाल नहीं यह झारखंड के साढ़े तीन करोड़ जनता का सवाल है। उन्होंने कहा कि भाजपा झामुमो कांग्रेस सरकार की तानाशाही से डरने वाली नही है।
खबर लिखे जाने तक झारखंड प्रदेश भायतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता विधानसभा के बाहर धरना और प्रदर्शन करते देखे गए।