नई दिल्ली/ अमेरिका ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण अत्यधिक फैलने के कारण वहां की यात्रा करने से बचें।
रोग रोकथाम एवं नियंत्रण केंद्र (सीडीसी) ने सोमवार को यात्रा परामर्श जारी किया। अमेरिका, विज्ञान आधारित यात्रा स्वास्थ्य नोटिस जारी करके अपने नागरिकों को विश्वभर में स्वास्थ्य संबंधी खतरों की जानकारी देता है और उन्हें स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए सलाह देता है।
अमेरिका ने कोविड-19 संबंधी यात्रा परामर्श के लिए चार स्तरीय प्रणाली अपनाई है और ताजा यात्रा परामर्श में भारत को ‘स्तर-चार: कोविड-19 के सबसे उच्च स्तर’ में रखा गया है।
विभाग ने सोमवार को कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी यात्रियों के लिए अप्रत्याशित खतरा बनी हुई है।’’ सीडीसी से अमेरिकियों से भारत की यात्रा नहीं करने की अपील की है।
उसने एक बयान में कहा, ‘‘यात्रियों को भारत में हर प्रकार की यात्रा से बचना चाहिए। भारत में मौजूदा हालात के कारण टीकाकरण करा चुके यात्रियों के भी कोविड-19 के विभिन्न स्वरूपों से संक्रमित होने का खतरा है।’’
सीडीसी ने कहा, ‘‘यदि आपके लिए भारत जाना आवश्यक है, तो यात्रा से पहले अपना टीकाकरण अवश्य कराएं। सभी यात्रियों को मास्क पहनना चाहिए, अन्य लोगों से छह फुट की दूरी रखनी चाहिए, भीड़ से बचना चाहिए और अपने हाथ धोने चाहिए।’’
इससे पहले, ब्रिटेन ने भारत को सोमवार को उन देशों की ‘लाल सूची’ में डाल दिया, जिसके तहत गैर-ब्रितानी और आइरिश नागरिकों के भारत से ब्रिटेन जाने पर पाबंदी रहेगी। साथ ही विदेश से लौटे ब्रितानी लोगों के लिये होटल में 10 दिन तक पृथक-वास में रहना अनिवार्य कर दिया है।
इससे कुछ घंटे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट ने भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेज वृद्धि के मद्देनजर अगले सप्ताह होने वाली प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की यात्रा रद्द करने की घोषणा की थी।
न्यूजीलैंड भी संक्रमण के कारण भारत की यात्रा पर प्रतिबंध लगा चुका है। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,59,170 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,53,21,089 हो गई, जिनमें से 20 लाख से अधिक लोग उपचाराधीन हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 1,761 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 1,80,530 हो गई।