नई दिल्ली/ बराबर चर्चा में रहने वाला फ्रांसीसी पत्रिका, शार्ली हेब्दो ने एक कार्टून के माध्यम से कोरोना काल में भारत की दैनीय स्थिति पर तंज कसा है। पत्रिका ने यह कार्टून 28 अप्रैल को पब्लिश किया था। भारत में अब यह वायरल हो रहा है।
फ्रांस की वीकली कार्टून मैगजीन ‘शार्ली हेब्दो’ एक बार फिर चर्चा में है। इस बार उसने भारत में कोविड-19 से पैदा हुए हालात और ऑक्सीजन की कमी पर कार्टून के जरिए तंज कसा है। सोशल मीडिया पर कुछ लोग शार्ली हेब्दो को सही ठहरा रहे हैं, तो एक वर्ग सरकार और प्रशासन की नाकामी को धर्म से जोड़ने पर सहमत नहीं है।
शार्ली हेब्दो ने 2012 में इस्लाम पर एक कार्टून पब्लिश किया था। इसको लेकर मुस्लिमों में काफी गुस्सा रहा। 2015 में मैगजीन के पेरिस स्थित दफ्तर पर हमला हुआ था और उस हमले में 12 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान में पिछले दिनों तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान का आंदोलन इसी मसले पर हुआ था। संगठन पाकिस्तान में मौजूद फ्रांस के एम्बेसेडर को देश से निकालने की मांग कर रहे था। हिंसा में 18 लोग मारे गए थे।
देश में कोविड की दूसरी लहर चल रही है। औसतन तीन लाख लोग हर रोज संक्रमित हो रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारों पर संक्रमण और मौतों के आंकड़े छिपाने के गंभीर आरोप लग रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी से लोग मर रहे हैं। हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर चरमरा गया है।
मैगजीन ने इसी मुद्दे को कार्टून के जरिए दिखाया और इसको कहीं न कहीं धार्मिक रंग दे दिया। कार्टून के साथ साथ फ्रेंच में कैप्शन है। इसका अर्थ है- भारत में 33 मिलियन देवी-देवता हैं, फिर भी कोई ऑक्सीजन नहीं बना पा रहा।