नयी दिल्ली/ नीट परीक्षा विवाद पर आम आदमी पार्टी की युवा इकाई ने बुधवार को केन्द्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। इस मामले पर देश के तामम छात्र हित का दावा करने वाले संगठन मौन साधे हुए हैं। यहां तक की पर देश ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा विद्यार्थी हित का दावा करने वाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र इकाई अखिला भारतीय विद्यार्थी परिषद् भी इस मामले को लेकर मौन साधे हुए है। आप की युवा शाखा ने बीते दिन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और कथित अनियमितताओं को लेकर इस साल की राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) को रद्द करने की मांग की।
आप की युवा इकाई ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को प्रधान से मिलने से रोका और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उनपर लाठीचार्ज किया गया। हालांकि, दिल्ली पुलिस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट-यूजी’ 5 मई को आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था। परीक्षा परिणाम 4 जून को घोषित किये गए थे।
बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने और परीक्षा में अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। इन आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं और कई उच्च न्यायालयों के साथ-साथ उच्चतम न्यायालय में भी याचिकाएं दायर की गई हैं।
‘आप’ विधायक संजीव झा के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने नैतिक आधार पर मंत्री के इस्तीफे की मांग की और सभी छात्रों को समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए पुनः परीक्षा आयोजित करने की अपील की।
झा ने कहा, नीट परीक्षा में धांधली से हजारों छात्र प्रभावित हुए हैं, जिसके कारण परीक्षा रद्द करने और सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली समिति से गहन जांच कराने की मांग की जा रही है।
प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा मंत्री शर्म करो और शिक्षा का व्यावसायीकरण बंद करो नारे भी लगाए। इस मौके पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी वहां एकत्रित देखे गए।