गांधीनगर/ केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में शनिवार को अहमदाबाद में छठे एडवांसमेंट इन एंड्यूरोलॉजी सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन अहमदाबाद यूरोलॉजी एसोसिएशन की ओर से किया गया था।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एंड्यूरोलॉजी का यह छठा सम्मेलन स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर आने वाले समय में काफी उपयोगी साबित होगा। यह सम्मेलन एक तरह से अनोखा सम्मेलन है, क्योंकि इस सम्मेलन का ज्ञान, अनुभव और शोध भारत एवं पूरी दुनिया के लिए फलदायी साबित होगा।
उन्होंने कहा कि, हम सभी इस बात के गवाह हैं कि स्वास्थ्य क्षेत्र में इससे पहले के सम्मेलनों से भी काफी बेहतर परिणाम प्राप्त हुए हैं। भारत ने पूरी दुनिया में यूरोलॉजी क्षेत्र में अनुसंधान, सर्जरी और डायग्नोस्टिक्स में बहुत बड़ी उपलब्धि भी हासिल की है। यही नहीं, गुजरात यूरोलॉजी के क्षेत्र में देश भर में अग्रणी रहा है।
अमित शाह ने आगे कहा कि, आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में समग्र दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही है। जब पूरे देश में कोरोना की लहर थी, तब इस सरकार ने सभी व्यक्तियों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए थे। नरेन्द्र मोदी ने जब कोविड को डिजास्टर घोषित किया, तब हमारे पास न तो कोई वैक्सीन थी, न ही कोई रिसर्च था। लाल बहादुर शास्त्री के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ऐसे नेता के रूप में सामने आए, जिन्होंने 140 करोड़ जनता को साथ रखकर कोविड के विरुद्ध लड़ाई लड़ी और अंततः सफलता प्राप्त की। कोविड की इस लड़ाई में केंद्र और राज्य सरकार, डॉक्टर, नर्स और टेक्नोलॉजी का बहुत सहयोग मिला था।
इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान केवल 121 दिनों में 1500 से अधिक ऑक्सीजन टैंक तैयार कर दी गई थी। 900 एक्सप्रेस ट्रेनें चलाकर पूरे देश में ऑक्सीजन मुहैया कराई गई थी। इस तरह, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सभी ने साथ मिलकर कोविड की लड़ाई सफलतापूर्वक लड़ी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मॉडर्न मेडिकल साइंस की टेक्नोलॉजी ने स्वास्थ्य सुविधाओं में बहुत वृद्धि की है। उन्होंने केंद्र सरकार के विभिन्न अभियानों की बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश भर में चल रहे स्वच्छता अभियान के कारण देश के नागरिकों के स्वास्थ्य में बड़ा सुधार आया है। स्वच्छता अभियान के तहत अब तक पूरे देश में 10 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण हुआ है। इसके साथ ही ‘खेलो इंडिया’ और ‘फिट इंडिया’ जैसे अभियान और योग जैसे कार्यक्रम लोगों के स्वास्थ्य में बड़ा सुधार ला रहे हैं।
आयुष्मान भारत योजना के संबंध में बात करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत देश के 60 करोड़ लोगों को पांच लाख रुपए तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इतना ही नहीं, जन औषधि केंद्र के माध्यम से लोगों तक जेनेरिक दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम देश के नागरिकों के लिए वरदान साबित हुआ है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत अब तक देश के 37 करोड़ से अधिक लोगों का हेल्थ आईडी तैयार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने होलिस्टिक अप्रोच के साथ देश के नागरिकों की चिंता की है। केंद्र सरकार इस बात को लेकर प्रयासरत है कि आने वाले दिनों में स्वास्थ्य सुविधा अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के सर्वांगीण विकास के लिए द्विवार्षिक वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की शुरुआत की थी, उसी तरह दुनिया भर के यूरोलॉजिस्ट्स को प्रशिक्षित करने और प्रतिष्ठित फैकल्टी को एक मंच पर लाने के उद्देश्य यह सम्मेलन भी हर दो वर्षों में आयोजित होता है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि लाइव ऑपरेशन, वर्कशॉप और यूरोटेक्नोलॉजी में जानकारी में वृद्धि करने के लिए आज छठा एडवांसमेंट इन एंड्यूरोलॉजी सम्मेलन गुजरात में आयोजित हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने होलिस्टिक हेल्थकेयर की नई प्रणाली विकसित की है। किडनी जैसी गंभीर बीमारी की समस्या के लिए यूरोलॉजिस्ट और यूरोलॉजी सेक्टर की भूमिका देवदूत के समान है। आज भारतीय यूरोलॉजी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सर्जरी, क्लीनिकल और रिसर्च क्षेत्र में अद्भुत योगदान दे रही है। हमें इस बात का गर्व है कि भारतीय यूरोलॉजिस्ट्स कम खर्च पर अपने देश में अमेरिका और यूरोप जैसे देशों में किया जाने वाला उपचार प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश भर में यूरोलॉजी के क्षेत्र में हुई उन्नति की पूरी दुनिया ने प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा है कि देश भर के मरीजों को बहुत सावधानी से और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार डायलिसिस उपचार उपलब्ध कराया जाए।
पटेल ने कहा कि गुजरात सरकार ने डॉक्टरों के कामकाज के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में सकारात्मक वातावरण उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में गुजरात प्रत्येक जिले में कैंसर के मरीजों के लिए कीमोथेरेपी केंद्र और किडनी डायलिसिस के लिए ‘वन नेशन, वन डायलिसिस’ कार्यक्रम के तहत प्रत्येक तहसील में डायलिसिस सेंटर शुरू करने वाला एकमात्र राज्य है। इसके अलावा, राज्य के सभी 33 जिलों और 252 तहसीलों सहित कुल 272 इन-हाउस डायलिसिस सेंटर कार्यरत हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गई टेलीमेडिसिन और टेलीमॉनिटरिंग के माध्यम से उपचार प्रदान किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से प्रत्येक मरीज अपने जिले में डायलिसिस और किडनी रोगों के संबंध में कंसल्टिंग प्राप्त कर सकता है। राज्य के जिलों और तहसीलों में अलग-अलग डायलिसिस सेंटरों में 1270 मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और प्रयासों से गुजरात सरकार ने अत्याधुनिक उपकरणों और सामग्रियों से सुसज्जित 10 मंजिला किडनी हॉस्पिटल शुरू किया है। यह हॉस्टिल मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट करने वाला भारत का सबसे पहला और स्टेट ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (एसओटीटीओ) के तहत प्रत्यारोपण करने वाला सबसे पहला सरकारी हॉस्पिटल है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘विकसित भारत@2047’ की संकल्पना को साकार करने के लिए स्वस्थ भारत पर विशेष बल दिया है।
कार्यक्रम में डॉ. संजय कुलकर्णी, अहमदाबाद यूरोलॉजी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. कंदर्प परीख, सचिव डॉ. सुरेश ठक्कर, डॉ. केवल पटेल, डॉ. रोहित जोशी, गुजरात यूरोलॉजी के डॉ. शैलेष शाह, सचिव डॉ. प्रज्ञेश पटेल सहित शहर के कई जाने-माने और विशेषज्ञ यूरोलॉजिस्ट्स और बड़ी संख्या में डॉक्टर मौजूद रहे।