रहस्य-रोमांच/हमारी सभ्यता को विनष्ट करने आ रहे हैं एलियन, अब सफल होने वाली है स्टीफन हॉकिंग की भविष्यवाणी

रहस्य-रोमांच/हमारी सभ्यता को विनष्ट करने आ रहे हैं एलियन, अब सफल होने वाली है स्टीफन हॉकिंग की भविष्यवाणी

रांची/नयी दिल्ली/ आने वाला समय मानव सभ्यता के लिए खतरनाक होने वाला है। यह कोई साधारण व्यक्ति या फिर ज्योतिष के जानकार नहीं कह रहे हैं, अपितु आधुनिक दौर के महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने भविष्यवाणी है। यह भविष्यवाणी सच होने वाली है। इन दिनों इसको लेकर कुछ वैज्ञानिकों ने भी चेतावनी दी है।

दरअसल, यह चेतावनी एलियन से जुड़े प्रलय की भयावह भविष्यवाणी है। हाल ही हुई कुछ खगोलीय घटना को लेकर वैज्ञानिकों ने महान भौतिक विज्ञानी की एक पुरानी भविष्यवाणी के निकट भविष्य में सच होने की संभावना जताई है।

डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्टीफन हॉकिंग की मानवता के लिए दी गई चेतावनी सच साबित हो सकती है क्योंकि एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक ने दावा किया है कि आने वाले कुछ महीनों बाद एलियन का हमारी सभ्यता के साथ ‘शत्रुतापूर्ण’ मुठभेड़ हो सकती है।

हम सब जानते हैं कि हॉकिंग, प्रसिद्ध सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी थे। उनका 2018 में निधन हो गया। उन्होंने कई रहस्यों पर से पर्दा उठाया था। उन्होंने दुनिया को चेतावनी दी थी कि एलियन जीवन के साथ संपर्क करना मानव जाति के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है।

दिवंगत प्रोफेसर का मानना था कि सक्रिय रूप से बाह्यग्रहों की खोज करने से घातक आक्रमण की संभावना बढ़ेगी। ठीक उसी तरह जैसे अतीत में पृथ्वी पर प्रभावशाली सभ्यताओं ने कम उन्नत सभ्यताओं को मिटा दिया था।

प्रोफेसर हॉकिंग ने 2004 में कहा था कि एलियंस शायद हमसे कहीं आगे होंगे। इस ग्रह पर उन्नत जातियों का आदिम लोगों से मिलने का इतिहास बहुत सुखद नहीं रहा है। वे एक ही प्रजाति के थे, फिर भी उन्होंने कम विकसित सभ्यता को नष्ट कर दिया। मुझे लगता है कि एलियन के मामले में हमें अपना सिर नीचा रखना चाहिए।

हॉकिंग ने ब्रह्मांड में इंसानों को अपनी उपस्थिति को सक्रिय रूप से प्रसारित करने से बचने की सलाह दी थी। उन्होंने बुद्धिमान एलियन जीवन की खोज में सक्रियता नहीं दिखाने की वकालत की थी, जैसे कि एलियन रेडियो संकेतों को सुनना।

हॉकिंग के इस गंभीर संदेश पर हाल ही में तथाकथित ‘इंटेलिजेंस ट्रैप’ का अध्ययन कर रहे शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने पुनः विचार किया। इस अवधारणा ने सुझाव दिया है कि अति आत्मविश्वास विनाशकारी परिणामों को जन्म दे सकता है।

किसी यूएफओ से सफलतापूर्वक संपर्क करने से एक दुष्ट प्रजाति का ध्यान आकर्षित हो सकता है जो मानवता का विनाश कर सकती है। इस अध्ययन ने हॉकिंग की भविष्यवाणी को और ज्यादा बल प्रदान कर दिया है। दरअसल, हार्वर्ड के एक प्रतिष्ठित खगोलशास्त्री ने दावा किया कि इस दिसंबर में पृथ्वी की ओर बढ़ रही रहस्यमयी वस्तु एक शत्रु यूएफओ हो सकता है।

प्रोफेसर एवी लोएब और अन्य वैज्ञानिकों ने इंटरस्टेलर ऑबजेक्ट से संबंधित कई अध्ययन किए हैं। जब से इसे जून के अंत में हमारे सौर मंडल के निकट आते हुए खोजा गया था। वैसे कुछ खगोलशास्त्रियों ने इसको एक विशाल धूमकेतु घोषित किया है, लेकिन लोएब ने तर्क दिया कि ऐसे संकेत हैं कि इसे कृत्रिम रूप से बनाया गया है। इसमें इसका अत्यंत असामान्य मार्ग भी शामिल है, जो शुक्र, मंगल और बृहस्पति के बहुत करीब से गुजरेगा। उन्होंने इसे ‘इंटेलिजेंस ट्रैप’ बताया है।

इस कारण लोएब ने चेतावनी दी कि ऐसे यान और इसे नियंत्रित करने वाले प्राणियों के हमारे सौर मंडल में आने के दो उद्देश्य होंगे, एक तो हानिरहित होना और दूसरा शत्रुतापूर्ण होना। लोएब ने 17 जुलाई को प्री-प्रिंट सर्वर ंतग्पअ पर एक अध्ययन में लिखा कि यदि यह परिकल्पना सही साबित होती है तो इसके परिणाम मानवता के लिए भयावह हो सकते हैं और संभवतः इसके लिए रक्षात्मक उपाय करने की आवश्यकता होगी, हालांकि ये उपाय निरर्थक साबित हो सकते हैं।

संदिग्ध इंटरस्टेलर ऑबजेक्ट के 17 दिसंबर को पृथ्वी से 223 मिलियन मील की दूरी से गुजरने की उम्मीद है, जो 41 मील प्रति सेकंड (लगभग 150,000 मील प्रति घंटे) से अधिक की गति से सौर मंडल से गुजरेगा।

अमेरिकी और ईरानी शोधकर्ताओं ने 2024 में जर्नल ऑफ बायोमेडिकल फिजिक्स एंड इंजीनियरिंग में लिखा था कि दिवंगत स्टीफन हॉकिंग का मानना था कि उन्नत एलियन सभ्यताओं के साथ सीधे संपर्क से अनिवार्य रूप से पृथ्वी पर एलियंस का उपनिवेशीकरण हो जाएगा।

हॉकिंग की चेतावनी की जांच करने वाले अध्ययन में बताया गया है कि कैसे ‘इंटेलिजेंस ट्रैप’ से पता चलता है कि अत्यधिक बुद्धिमान व्यक्ति पूर्वाग्रहों से ग्रस्त हो सकते हैं, जैसे अति आत्मविश्वास या पिछले अनुभवों पर भरोसा करना, जिसके कारण निर्णय लेने में गलती हो सकती है।

जबकि कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि एलियंस से संपर्क करने के अनगिनत लाभ मिल सकते हैं। इस स्टडी के लेखकों ने हॉकिंग के सतर्क रुख का समर्थन किया तथा दावा किया कि पृथ्वी की स्थिति को अन्य दुनियाओं में प्रसारित करना एक रणनीतिक गलती हो सकती है।

76 वर्ष की आयु में एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (एएलएस) से अपनी मृत्यु से पहले, हॉकिंग ने कहा था कि मनुष्यों को पृथ्वी पर भेजे गए किसी भी संकेत का उत्तर देने से बचना चाहिए। 2016 में हॉकिंग ने कहा था कि 16 प्रकाश वर्ष दूर स्थित ग्रह ग्लीज 832सी पर बुद्धिमान जीवन हो सकता है।

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हम किसी उन्नत सभ्यता से मिलें तो यह वैसा ही हो सकता है जैसा मूल अमेरिकियों का क्रिस्टोफर कोलंबस से पहली बार सामना हुआ था। स्टीफन हॉकिंग की पसंदीदा जगहें नामक फिल्म के दौरान हॉकिंग ने कहा था कि ‘सितारों को देखते हुए मैं हमेशा कल्पना करता था कि कोई ऊपर है जो मुझे देख रहा है।’

सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी ने आगे कहा कि जैसे-जैसे मैं बड़ा होता जा रहा हूं, मुझे पहले से कहीं अधिक विश्वास हो रहा है कि हम अकेले नहीं हैं। एक दिन हमें ग्लीज़ 832सी जैसे किसी ग्रह से संकेत प्राप्त हो सकता है लेकिन हमें जवाब देने में सावधानी बरतनी चाहिए।

इस हालिया जानकारी ने यह साबित कर दिया है कि हमारी पृथ्वी के अलावे ब्रह्मांड में कई हमारे जैसे बुद्धिमरल अपनी सम्यता को उन्नत बना रहे हैं। इस बात की चर्चा हमारे धर्मशस्त्रीय मिथकों में भी मिलता है। अब वैज्ञानिकों को सतर्क हो जाना चाहिए।

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