कोलकात्ता/ पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की एक रैली में अल्ला हू अकबर के नारे लगे। इस मामले को लेकिर जहां एक ओर विरोधी, भाजपा पर विचारधारा को लेकर कटाक्ष कर रहे हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा ने दावा किया है कि उनकी पार्टी की पहुंच अब मुसलमानों तक होती जा रही है।
राज्य के कूच बिहार से प्रत्याशी निसिथ प्रमाणिक के समर्थन में आयोजित एक रैली में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अल्लाहु अकबर के नारे लगाए। इसके चलते भाजपा की यह रैली सुर्खियों में आ गई है।
पश्चिम बंगाल की 42 सीटों के लिए भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच जोरआजमाइश देखी जा रही है। राज्य में दिनहाटा में भाजपा की रैली में अल्लाहु अकबर के नारे लगे। कूच बिहार से पार्टी के उम्मीदवार निसिथ प्रमाणिक के समर्थन में इस रैली का आयोजन किया गया था। भाजपा की रैली में अल्लाहु अकबर के स्लोगन सामने आने पर यह रैली सुर्खियों में आ गई है। इस रैली का आयोजन बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा की तरफ से किया गया था।
रैली में अल्लाहु अकबर के नारे लगने पर बीजेपी के कूच बिहार के अध्यक्ष और विधायक सुकुमार रॉय ने कहा कि रैली दो विधानसभा क्षेत्रों, सीताई और दिनहाटा के मुसलमानों के साथ आयोजित की गई थी। रॉय ने कहा कि हम जल्द ही कूचबिहार शहर में पूरे जिले के मुसलमानों के साथ एक रैली आयोजित करेंगे। रॉय ने कहा कि यह उस जिले में असामान्य नहीं है जहां पार्टी के पास भेटागुरी से एक मुस्लिम पंचायत समिति सदस्य है। बीजेपी समर्थकों के अनुसार उत्तर बंगाल, खासकर कूचबिहार जिले के सुक्तबारी इलाके से राजबंशी मुसलमानों के एक बड़े वर्ग ने इस महीने की शुरुआत में सिलीगुड़ी में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली में भाग लिया था।
रॉय ने कहा कि यहां स्थिति बदल रही है। लोग अब टीएमसी को सांप्रदायिक करार दे रहे हैं क्योंकि पार्टी ने हमेशा मुसलमानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है। प्रमाणिक ने दो महीने पहले एक बैठक की थी जहां बुर्का पहने मुस्लिम महिलाओं को मंत्री के साथ भारत माता की जय के नारे लगाते देखा गया था। दिनहाटा रैली बीजेपी के तमलुक उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय द्वारा अपने अभियान के दौरान महिषादल राजबाड़ी के गोबिंदो जिउ मंदिर में प्रार्थना करने के बाद महिषादल दरगाह पर चादर चढ़ाने के एक दिन बाद हुई।
मोदी ने हाल ही में कहा था कि संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार के कारण मुस्लिम महिलाएं टीएमसी के खिलाफ वोट करेंगी। पीएम मोदी के बयान के बाद पश्चिम बंगाल बीजेपी ने अपनी 2021 रणनीति के उलट नई तैयारी की है। इसमें पार्टी यह दिखाना चाहती है कि वह भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ नहीं है। 2021 में बीजेपी ने मुस्लिमों को लेकर कड़ा स्टैंड अपनाया था। इससे उसकी छवि एंटी मुस्लिम की हो गई थी।