मक्‍का की सड़क पर हर तरफ लाशें, गर्मी के कहर से 22 हज यात्रियों की मौत, चौतरफा घिरी सऊदी सरकार

मक्‍का की सड़क पर हर तरफ लाशें, गर्मी के कहर से 22 हज यात्रियों की मौत, चौतरफा घिरी सऊदी सरकार

नयी दिल्ली/ सऊदी अरब में इस बार हज यात्रियों पर गर्मी का कहर टूट पड़ा है। अब तक कम से कम 22 तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो चुकी है। मौत के बाद तीर्थयात्रियों के शवों को सड़क के किनारे धूप में रखने को लेकर सऊदी सरकार की आलोचना हो रही है।

सऊदी अरब में होने वाली दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक हज यात्रा पर इस बार भीषण गर्मी का कहर है। हज यात्रा के दौरान गर्मी के चलते इस बार कम से कम 22 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। मृतकों की संख्या बढ़ने के चलते सऊदी अरब सरकार की हज यात्रा की तैयारियों के दावों की पोल खुल गई। आलम यह है कि तीर्थयात्रियों के शवों को सड़क के किनारे चिलचिलाती धूप में रखना पड़ रहा है। रविवार को जॉर्डन की समाचार एजेंसी ने बताया था कि हज यात्रा पर गए देश के 14 श्रद्धालुओं की लू लगने से मौत हो गयी है। इस बीच सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गर्मी लगने के 2700 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।

इस मामले में एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें कई शव सड़क के डिवाइडर और फुटपाथ पर रखे देखे जा सकते हैं। हालांकि, इस वीडियो की स्वतंत्र सोर्स से पुष्टि नहीं हुई है। मिस्र की 61 वर्षीय तीर्थयात्री अजा हामिद ब्राहिम ने मीडिया को बताया कि उन्होंने सड़क के किनारे पड़ी हुई लाशें देखीं है। ऐसा लग रहा था कि जैसे कयामत का दिन आ गया हो। बड़ी संख्या में मौतों और उसके बाद शवों को लेकर हो रही बदइंतजामी को लेकर सोशल मीडिया पर लोग सऊदी अरब की आलोचना कर रहे हैं।

सऊदी मौसम सेवा के अनुसार, सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इस जगह पर तीर्थयात्री काबा की परिक्रमा करते हैं। ग्रैंड मस्जिद के पास स्थित मीना में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस था। इस जगह पर हज यात्रियों ने तीन कंक्रीट की दीवारों पर शैतान को पत्थर मारने की रस्म अदा करते हैं। यहां गर्मी और भीड़ ने स्थिति को विकट बना दिया था। तीर्थयात्री गर्मी से बचने के लिए अपने सिर पर पानी की बोतलें उड़ेल रहे थे। शैतान को पत्थर मारने की रस्म को हज यात्रा का अंतिम चरण माना जाता है। इसके बाद श्रद्धालुओं की हज यात्रा समाप्त हो जाती है।

जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि 14 जॉर्डनी तीर्थयात्रियों की अत्यधिक गर्मी की वजह से मौत हो गई, जबकि 17 अन्य लापता हैं। ईरान ने 5 हजयात्रियों की मौत की सूचना दी है लेकिन कारण नहीं बताया है। सेनेगल ने तीन की मौत की जानकारी दी है। सऊदी अरब में मौजूद इंडोनेशिया के एक स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया है कि हज के दौरान 136 इंडोनेशियाई तीर्थयात्रियों की मौत हुई है, जिनमें कम से कम तीन हीटस्ट्रोक से मारे गए हैं। इस बार भारत से 1 लाख 75 हजार यात्री पवित्र हज यात्रा के लिए सऊदी अरब पहुंचे हैं।

इस मामले पर अरब सरकार की कोई आधिकारिक बयान नहंीं आया है। इधर भारत के किसी अधिकारी ने भी यह नहीं बताया है कि मक्का तीर्थयात्रा करने गए कितने भारतीयों की मृत्यु हुई है। इससे यही अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत के तीर्थयात्री सुरक्षित हैं।

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