चंपाई सोरेन कोलकाते के रास्ते पहुंचे दिल्ली, झामूमो छोड़ने की अटकलें तेज

चंपाई सोरेन कोलकाते के रास्ते पहुंचे दिल्ली, झामूमो छोड़ने की अटकलें तेज

नयी दिल्ली/रांची/ झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन दिल्ली पहुंच गए हैं और ऐसी चर्चा है कि वे झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। इस बीच, उनके ‘एक्स’ अकाउंट से झामुमो गायब हो गया है।

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन दिल्ली पहुंच गए हैं। दिल्ली में पत्रकारों ने जब उनसे सवाल पूछा, तो सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक ने कहा कि वह निजी काम से दिल्ली आए हैं। रविवार को चंपाई सोरेन कोलकाता के रास्ते दिल्ली पहुंचे। इससे पहले चंपाई सोरेन के सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ से उनका बायो बदल दिया गया। जानकार इसके गहरे संकेत बता रहे हैं।

अपने सोशल मीडिया के एक्स पेज पर चंपाई सोरेन ने अपने नाम के साथ सिर्फ झारखंड का पूर्व मुख्यमंत्री लिख लिया है। ‘एक्स’ पर अब उनके बायो में झारखंड मुक्ति मोर्चा का जिक्र नहीं है। तस्वीर में भी झामुमो का जिक्र नहीं है। उनके बैकग्राउंड पोस्टर पर सिर्फ झारखंड का पूर्व मुख्यमंत्री लिखा है।

सरायकेला-खरसावां जिले के जिलिंगोड़ा स्थित चंपाई सोरेन के पैतृक आवास से भी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का झंडा हटा लिया गया है। इस गांव में सभी जगहों से झंडा को हटा लिया गया है। गांव में परिवार के लोग हैं, लेकिन कोई इस बारे में बात करने के लिए तैयार नहीं है। चंपाई सोरेन देर रात निजी कार से अपने पर्सनल ड्राइवर मुन्ना के साथ कोलकाता रवाना हुए थे। फिर जानकारी मिली कि वे दिल्ली चले गए हैं।

चंपाई सोरेन के दिल्ली जाने की सूचना से झारखंड की राजनीति में भूचाल आ गया है। तरह-तरह की चर्चा होने लगी है। दिल्ली में पत्रकारों ने जब उनसे पूछा, तो चंपाई सोरेन ने कहा कि वह निजी काम से दिल्ली आए हैं। उन्होंने कहा कि मेरी बच्ची यहां रहती है। दिल्ली आना-जाना लगा रहता है। मैं अभी जहां हूं, वहीं हूं। अपने व्यक्तिगत काम से दिल्ली आया हूं।

वैसे चंपई के दिल्ली प्रवास को राजनीतिक हल्कों में गंभीरता से लिया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि जब से उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया गया तभी वे नाराज चल रहे हैं। इधर भारतीय जनता पार्टी भी आगामी रणनीति को लेकर राज्य में सक्रियता दिखा रही थी। चंपई के बारे में बताया जा रहा था कि वे शिबू सोरेन परिवार के बेहद निकट हैं लेकिन उन्हें जब मुख्यमंत्री पद से हटाया गया तो उनके नाराजगी की खबर अखबारों की सुर्खियां बनी।

जानकारों की मानें तो चंपई सोरेन जल्द भाजपा में शामिल हो जाएंगे। उनके साथ कुछ और विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। कुछ कांग्रेस के विधायक भी भाजपा के संपर्क में हैं। भाजपा की रणनीति है कि चुनाव से पहले हेमंत सोरेन की सरकार को अल्पमत में ला दिया जाए।

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