पटना/ नेताओं और अभिनेताओं पर परिवाद दाखिल करने के मामले में सुर्खियां बटोरने वाला शहर मुजफ्फरपुर एक बार फिर चर्चा में है। इस बार चर्चा के केन्द्र में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अमर्यादित टिप्पणी के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में बुधवार को परिवाद दायर हुआ। मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में परिवाद दर्ज कराया गया है। खबर है कि अधिवक्ता अनिल कुमार सिंह ने कोर्ट में परिवाद दायर कराया है। इधर माननीय न्यायालय के सूत्रों ने बताया कि कोर्ट इस मामले की सुनवाई 25 नवम्बर को करेगा।
परिवाद संख्या-4147/2023 में यह आरोप लगाया गया है कि मुख्यमंत्री ने एक संवैधानिक पद पर रहते हुए जिस तरीके से अमर्यादित टिप्पणी की उससे महिलाओं और लड़कियों को शर्मसार एवं लज्जा भंग किया है, जो पूरी तरह से गलत है। कोर्ट ने परिवार को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। इस मामले पर आगामी 25 नवम्बर को सुनवाई की तिथि निर्धारित की गई है।
बता दें कि बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में जातीय गणना पर चर्चा के दौरान महिला और पुरुष के अंतरंग संबंधों के लेकर ऐसी बात कह दी कि जिससे सदन के भीतर बैठी महिला विधायक कथित तौर पर शर्मसार हो गईं।