नयी दिल्ली/ पटना/ रांची/ चिन्हित निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिणी मध्य प्रदेश के मध्य भाग में बना हुआ है। यह दबाव औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके उत्तर गुजरात और दक्षिण-पूर्व राजस्थान में पश्चिमी दिशा में बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
skymetweather.com के अनुसार औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ जैसलमेर, कोटा, एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र, पेंड्रा रोड, झारसुगुड़ा, बालासोर और फिर दक्षिण-पूर्व दिशा में बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी से होकर गुजरती है। उक्त वेबसाईट ने दावा किया है कि एक ट्रफ रेखा मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर स्पष्ट रूप से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से मध्य महाराष्ट्र के दक्षिण कोंकण तक फैली हुई है और समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर है।
हरियाणा के दक्षिणी भागों पर निचले स्तर पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है।
पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण और दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है। तटीय कर्नाटक, केरल, दक्षिण राजस्थान के कुछ हिस्सों और हिमाचल प्रदेश में छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की सूचना मिली है।
केन्द्रीय मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी खबर में बताया गया है कि उत्तराखंड, पंजाब के कुछ हिस्सों, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, झारखंड, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, कोंकण और गोवा, तेलंगाना, रायलसीमा और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। उत्तराखंड, दिल्ली, बिहार, कर्नाटक, सिक्किम, उत्तर पूर्व भारत के कुछ हिस्सों और पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश हुई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण-पूर्व राजस्थान और पूर्वी गुजरात में मध्यम से भारी बारिश संभव है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
पश्चिमी हिमालय, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, विदर्भ, तटीय कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दिल्ली, पश्चिमी राजस्थान, पश्चिमी गुजरात और तटीय आंध्र प्रदेश और सिक्किम में हल्की बारिश संभव है।
झारखंड की राजधानी रांची और आसपास के क्षेत्रों में विगत दो दिनों से भारी बारिश हो रही थी लेकिन फिलहाल यह बारिश रूक-रूक कर हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो अभी बारिश के आसार बने हुए हैं। जबतक मध्य प्रदेश में बना कम दबाव का क्षेत्र बना रहेगा तबतक झारखंड के कुछ क्षेत्रों में रूक-रूक कर बारिश होती रहेगी।
बिहार में भी बारिश हो रही है। लौटले मानसून के कारण बिहार में बारिश जारी है। यह फिलहाल जारी रहेगी।