दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, बड़े किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का भंडाफोड़

दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, बड़े किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का भंडाफोड़

नयी दिल्ली/ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बार फिर बड़े किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में 5 राज्यों में छापेमारी के बाद 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार 5 राज्यों के अलग अलग अस्पतालों में अवैध तरीके से किडनी ट्रांसप्लांट हो रहे थे। इससे पहले 9 जुलाई को क्राइम ब्रांच ने एक किडनी रैकेट पकड़ा था। तब 30 बांग्लादेशी नागरिकों समेत 7 लोग गिरफ्तार किए गए थे।

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इंटरस्टेट किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का पर्दाफाश कर 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही 34 नकली स्टैंप, 17 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 9 सिम कार्ड, 1 लग्जरी कार, 1,50,000 रुपए, डोनर और पेशेंट के फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं।

ये रैकेट दिल्ली एनसीआर, पंजाब, हरियाण, मध्य प्रदेश और गुजरात में एक्टिव था। इस गैंग के कुछ सदस्य फर्जी दस्तावेज बनाकर अस्पतालों में ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर के तौर पर नौकरी ले लेते थे।

इससे उन्हें किडनी पेशेंट्स की जानकारी मिल जाती थी। साथ ही पेशेंट्स के टेस्ट भी करवा लेते थे ताकि सही डोनर मिल सके. डोनर्स को तलाशने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया करते थे। अभी तक इस मामले में किसी डॉक्टर की भूमिका सामने नहीं आई है।

इस गिरोह के मास्टरमाइंड संदीप आर्य है, जो अन्य अस्पतालों में एक ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर है। यह गिरोह एक ट्रांसप्लांट कराने के 35 -40 लख रुपए लेता था। इस मामले में संदीप, देवेंद्र, विजय, पुनीत, हनीफ, चीखा, तेज प्रकाश और रोहित वर्मा को गिरफ्तार किया है।

इससे पहले किडनी ट्रांसप्लांट गिरोह से जुड़ी नामी अस्पताल की डॉक्टर विजया कुमारी भी पकड़ी गई थी। गिरोह का मास्टरमाइंड बांग्लादेशी नागरिक रसेल भी जसोला विहार से पकड़ा गया था। रिसीवर और डोनर दोनों बांग्लादेशी नागरिक थे। नोएडा के एक नामी अस्पताल में विजया कुमारी ने 15 से ज्यादा किडनी अवैध तरीके से ट्रांसप्लांट की थी। इस गिरोह से जुड़े लोग 4 से 5 लाख में किडनी लेते थे और 25 से 30 लाख में बेचते थे। किडनी रैकेट में अब तक कुल 15 गिरफ्तार हो चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »