नयी दिल्ली/ दिल्ली में भारी बारिश के कारण शहर के बड़े हिस्से जलमग्न हो गए हैं। इधर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक 22 वर्षीय महिला और उसका बच्चा डूब गया। इसके साथ ही, यातायात जाम हो गया और सड़कें नदियों की तरह दिखने लगीं है। बारिश के कारण दिल्ली की शिक्षा मंत्री ने सभी स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की दो घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गयी तथा करीब 40 लोग लापता हो गए हैं। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि बारिश के कारण कई मकान बह गए और सड़कें तथा दो जल विद्युत परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हो गयी हैं।
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शिमला में रामपुर उपमंडल के समाघ खुद (नाला) में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गयी तथा 28 अन्य लापता हो गए हैं। दो लोगों को घटनास्थल से बचाया गया है।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि बादल फटने की घटना देर रात करीब एक बजे हुई। उन्होंने बताया कि सड़कों के बह जाने के कारण बचाव अभियान चुनौतीपूर्ण हो गया है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि राज्य में भारी बारिश और बादल फटने के कारण व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।
घटनास्थल पर मौजूदा उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, पुलिस और होम गार्ड ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और लापता लोगों की तलाश के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
मंडी जिले के पधर में थालटूखोद इलाके में बादल फटने की एक अन्य घटना में बुधवार रात को एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी तथा नौ अन्य लापता हो गए। कुछ मकान ढह गए हैं और सड़क संपर्क बाधित हो गया है। मंडी जिला प्रशासन ने भारतीय वायु सेना और एनडीआरएफ से मदद मांगी है।
ब्यास नदी के उफान पर होने के कारण चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। कुल्लू के भागीपुल में भी मकानों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें आ रही हैं और पार्वती नदी तथा मलाना खुद में बाढ़ के कारण कुल्लू के भुंटार इलाके में भी अलर्ट जारी किया गया है।
मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण टूट या है और ब्यास नदी का पानी मंडी के पंडोह में कुछ घरों में घुस गया है। कुछ लोगों के लापता होने तथा इलाके में मकानों तथा दुकानों के ढह जाने की भी सूचना है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है और प्राधिकारियों का पूरा ध्यान बचाव एवं राहत अभियानों पर है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बादल फटने के बाद सचिवालय में एक आपात बैठक बुलायी है।
केवल हिमाचल प्रदेश ही नहीं उत्तर भारत के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन हो रहे हैं और नदियां उफान पर है। इन प्राकृतिक घटनाओं के कारण 20 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई और कई घर बह गए तथा सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। बारिश और भूस्खलन के चलते कई लोग लापता हैं, ऐसे में बचाव दल उखड़ चुके पेड़ों और ढह चुकी इमारतों के बीच से जीवित बचे लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं।
केरल के वायनाड में विनाशकारी भूस्खलन के कारण जान गंवाने वालों की संख्या गुरुवार को 190 तक पहुंच गई। प्रशासन ने बचाव अभियान जारी रहने के बीच मृतक संख्या बढ़ने की आशंका प्रकट की है। उत्तराखंड में रातभर हुई भारी बारिश के कारण 12 लोगों की मौत हो गई, कई घर ध्वस्त हो गए और कई इलाके जलमग्न हो गए। हरिद्वार जिले में छह, टेहरी में तीन, देहरादून में दो, चमोली में एक व्यक्ति की जान चली गई।
इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बातचीत की और स्थिति का जायजा लिया। शाह ने उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। राजस्थान के जयपुर में गुरुवार सुबह विश्वकर्मा इलाके में एक घर के बेसमेंट में बारिश का पानी घुस जाने से एक परिवार के तीन सदस्यों की डूबकर मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
राज्य के झालावाड़ जिले में एक महिला सहित तीन लोग कालीसिंध नदी में बह गए। तीनों मोटरसाइकिल से गागरोन पुल से गुजर रहे थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जयपुर मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे पिछले 24 घंटों में करौली, सवाईमाधोपुर, अलवर, चूरू, भरतपुर, टोंक, सीकर, हनुमानगढ़, धौलपुर, नागौर और झुंझुनू में भारी से बहुत भारी बारिश हुई।
जम्मू क्षेत्र के बड़े हिस्से में भारी बारिश के बाद 60 वर्षीय एक व्यक्ति का शव नदी से निकाला गया, जबकि दो घर और सड़क का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। कर्नाटक में उडुपी जिले के नेल्लिकारू गांव में भारी से बहुत भारी वर्षा के कारण एक मकान के आंशिक रूप से ढह जाने से 56 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले दो दिनों में पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी दी है। विभाग ने शुक्रवार को गोवा में भारी से बहुत भारी बारिश तथा 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान व्यक्त करते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।