नयी दिल्ली/रांची/चंडीगढ़/गुआहाटी/ अरुणाचल समेत पूर्वोत्तर के इन हिस्सों में भारी बारिश-वज्रपात के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार पूर्वोत्तर राज्यों में बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों के निचले स्तरों पर तेज हवाएं चल रही हैं। इसके कारण अगले पांच दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
वहीं असम और मेघालय, नागालैंड और मणिपुर तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने 21 और 22 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार जताए हैं। इसी बीच अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड और मणिपुर के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने की आशंका है।
पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पछुआ हवाओं में लगातार सक्रिय है। इसके कारण पंजाब और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान के निचले स्तरों पर चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।
उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों के कारण मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया है। वहीं उसके अगले तीन दिनों तक मौसम के शुष्क रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों के मौसम में कोई विशेष बदलाव होने का अनुमान नहीं है।
अगले दो दिनों के दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है और इसके बाद अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा।
देश में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी देखें तो कल पंजाब के अधिकांश हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों तथा उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर रहा।
वहीं कल पूर्वी उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5.0 डिग्री सेल्सियस यानी काफी ऊपर दर्ज किया गया।
कल बिहार, गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों और पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, तटीय कर्नाटक के अधिकांश इलाकों, ओडिशा के कई हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों तथा पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
वहीं अधिकतम तापमान में वृद्धि की बात करें तो कल राजस्थान और हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया।
कल पश्चिम उत्तर प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पूर्वी मध्य प्रदेश तथा सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में भी अधिकतम तापमान सामान्य 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहा।
वहीं कल विदर्भ और गुजरात के कई इलाकों, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से 5.0 डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर दर्ज किया गया।
कल झारखंड के अधिकांश हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों, बिहार, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
आज सुबह-सुबह, दक्षिण पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में बहुत घना कोहरा और उत्तर-पश्चिम राजस्थान और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा देखा गया। आज सुबह के समय, दक्षिण पंजाब के बठिंडा में दृश्यता 0 मीटर, उत्तर पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर में दृश्यता 50 मीटर, ओडिशा के बालासोर और भुवनेश्वर प्रत्येक जगह दृश्यता 50 मीटर दर्ज की गई।
बीते कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा स्थित हिसार में न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं अधिकतम तापमान राजकोट का आंका गया। यहां 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया है कि पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक विक्षोभ उत्पन्न हुआ है। इसके कारण पूरा पूर्वोत्तर भारत प्रभावित होगा और बिहार-झारखंड सहित पूर्वोत्तर के कई राज्यों में मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं।