बेगूसराय में दस लाख से अधिक बच्चों को लगेगा चमकी बुखार का टीका

बेगूसराय में दस लाख से अधिक बच्चों को लगेगा चमकी बुखार का टीका

बेगूसराय/ जापानी इंसेफलाइटिस (जे.ई.) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार बेगूसराय सहित बिहार के तीन जिला में 23 अगस्त से सघन टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।

इसके तहत एक वर्ष से 15 वर्ष आयु तक के सभी बच्चों जापानी इंसेफलायटिस का टीका दिया जाएगा। यह जानकारी शुक्रवार को सदर अस्पताल में आयोजित प्रेस वार्ता में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. गोपाल मिश्रा ने दी।

उन्होंने बताया कि 2019 के बाद बेगूसराय में इसकेेे कोई मरीज सामने नहीं आए हैं। लेकिन सुरक्षा मद्देनजर के केंद्र सरकार ने टीकाकरण से वंचित रहने वाले बेगूसराय समेत बिहार के तीन अन्य जिलों में यह अभियान चलाने का निर्णय लिया है।

23 अगस्त से शुरू हो रहे इस अभियान केे तहत बेगूसराय जिले के एक से 15 वर्ष तक के दस लाख 47 हजार 322 बच्चों को टीका देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रथम चरण में प्राथमिकता के आधाार पर सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों मे यह अभियान चलेगा।

इसकेेे साथ ही स्वास्थ्य उपकेंद्र, आंगनवाड़ी केन्द्र एवं अतिरिक्त केंद्र के साथ अन्य सभी नियमित टीकाकरण केंद्रों पर भी रूटीन टीका केे साथ एक से छह वर्ष तक के बच्चों को जे.ई. का टीका दिया जाएगा।

इसके लिए तैयारी पूूरी कर ली गई है तथा एक दिन एक टीम दो सौ बच्चों का टीकाकरण करेगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए संक्रमण से बचाव संबंधित पूर्व निर्गत निदेशों का पालन करते हुए 23 अगस्त से जापानी इंसेफलाइटिस टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा।

अभियान की सफलता के लिए कार्य योजना और कम्युनिकेशन प्लान बनाकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। स्वदेशी वैक्सीन जेनवेक का डोज प्रयाप्त संख्या में उपलब्ध हो गया है। टीका लेने वाले सभी बच्चों को कार्ड भी उपलब्ध कराया जाएगा।

जिला से ग्राम स्तर तक लोगों को जागरूक किया जा रहा है। भ्रांतियों को दूर करने एवं टीकाकरण के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए धर्मगुरूओं का भी सहयोग लिया जा रहा है।

जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में गठित टास्क फोर्स कार्यक्रम की समीक्षा एवं त्रुटियों को दूर करने के लिए सुधारात्मक कार्रवाई करेगी। आंगनवाड़ी, आशा, अन्य मोबलाईजर को अभियान के लिए प्रशिक्षण दे दिया गया है, टास्क फोर्स की बैठक कर ली गई है।

पाथ ऑर्गनाइजेशन तकनीकी सहयोग कर रही है, जबकि डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, पीरामल एवं केयर इंडिया के साथ सभी सरकारी विभाग सहयोग कर रहा है।

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