गौतम चौधरी की खास रपट
रांची/पटना/चंडीगढ़/नयी दिल्ली/झारखंड की राजधानी रांची में विगत दो दिनों से बारिश हो रही है। बीती रात भी बारिश हुई। बारिश के साथ ही तेज ठंडी हवा भी चल रही थी। हालांकि आज दिन में बारिश नहीं हुई लेकिन दिन के तापमान में औसत गिरावट देखने को मिली। कुछ ऐसा ही मौसम राज्य के अन्य भागों में भी रहा। मौसम विभाग की ओर से जारी खबर में बताया गया है कि मौसम में आए अचानक बदलाव के पीछे पश्चिम विक्षोभ का हाथ है। इसके तीव्र असर के कारण प्रदेश के अधिकतम तापमान में 5-6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। दिन में लोगों को कंकनी का एहसास हुआ। मंगलवार के मौसम की बात करें तो आज भी मौसम विज्ञान केंद्र ने पूरे राज्य में बारिश की संभावना जता रखी थी, जो छिटपुट देखने को मिली।
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण आज भी पूरे राज्य में अच्छी बारिश देखी जाएगी। साथ में ओलावृष्टि की भी संभावना बन रही है। मौसम विज्ञान ने अपने अलर्ट में बताया था कि किसान बाहर न निकलें क्योंकि गरज के साथ बारिश होगी। कहीं कहीं बरसाती बिजली भी गिरेगी। मंगलवार को कुछ जिलों में तेज हवा 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चली। हवा में सर्दी थी। मौसम विज्ञान केन्द्र ने कुछ जिलों के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया था।
वज्रपात को लेकर कुछ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया था। जैसे गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला व सिमडेगा में बरसाती बिजली गिरने की बात कही गयी थी। हालांकि कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश होते देखा गया है। वहीं, कुछ जिलों में तेज हवा को लेकर चेतावनी जारी की गई है, जिनमे रांची, खूंटी, पश्चिमी और पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, कोडरमा, देवघर, दुमका, पाकुड़, गोड्डा व साहिबगंज शामिल है।
आज के संभावित अधिकतम तापमान की बात करें तो बोकारो में 29.2, चतरा 27.3, देवघर 31.3, धनबाद 27.3, गढ़वा 29.7, गिरिडीह 30.1, गोड्डा 31.6, गुमला 28.5, हजारीबाग 27.8, जामतारा 23.9, सिमडेगा 28, लातेहार 28.1, रामगढ़ 29.1 पश्चिम सिंहभूम 30.3, रांची 27.4 व पाकुर 33 डिग्री दर्ज किया गया है।
यदि देश के मौसम के मिजाज की बात करें तो बारिश के बाद दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा तक मौसम में भारी बदलाव देखने को मिला। पहाड़ों में विगत कई दिनों से बर्फबारी हो रही है लेकिन मैदानी इलाकों में अब वापस धूप निकल रही है। एक-दो जगहों को छोड़ दें तो बारिश के आसार कम ही हैं। विगत कुछ दिनों से मैदानी भाग में जो बारिश के लक्षण दिख रहे थे उसके पिछे पश्चिमी विक्षोभ का हाथ था। 1 से 3 मार्च तक उत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई।
पूर्वी भारत में यानी पश्चिम बंगाल और बिहार में विगत कई दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। कई स्थानों पर तो आज भी जमक र बारिश हुई। पिछले दिनों पड़ी बारिश के कारण सर्दी ने जरूर यूटर्न लिया है। जिन लोगों ने गर्म कपड़े संभाल लिए थे उन्हें फिर से निकालने पड़ रहे हैं।
मौसम पर नजर रखने वाले एक अभिकरण की मानें तो 5 से 7 मार्च के बीच वेस्टर्न हिमालयन रीजन में हल्की से मध्यम स्तर तक की बारिश होने की संभावना है। वहीं, 5 मार्च की रात से एक ताजा और अपेक्षाकृत कमजोर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पश्चिमी हिमालय इलाकों को प्रभावित कर सकता है। जम्मू-कश्मीर, गिलगित, बाल्टिस्तान, लद्दाख, मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में छिटपुट बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं बर्फबारी की भी संभावना है। इधर, बिहार, झारखंड, सिक्किम और पश्चिम बंगाल में गरज के साथ छिटपुट बारिश हो सकती है। तेज हवाएं भी चल सकती हैं। आज झारखंड की राजधानी रांची और बिहार की राजधानी पटना में भी तेज हवा चलते देखा गया।
पिछले 24 घंटे में पश्चिमी हिमालयी इलाके में मीडियम से भारी बारिश हुई। इसके साथ ही कई जगहों पर बर्फबारी भी हुई। वहीं, पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओले गिरने के साथ ही हल्की से मीडियम बारिश भी हुई. हालांकि, बाकी देश में मौसम शुष्क बना रहा.
दिल्ली के मौसम की बात करें तो आज दिन में धूप अच्छी थी। बारिश के आसार नहीं हैं. हालांकि, तेज हवाएं जरूर लोगों को थोड़ी ठंड का एहसास करा सकती हैं। बारिश अभी दो दिन पहले ही हुई है तो तापमान अभी 1-2 डिग्री सेल्सियस अपेक्षाकृत नीचे ही रह सकता है। हालांकि, उसके बाद पारा ऊपर जाना शुरू होगा और सर्दी को फाइनल टाटा बाय-बाय हो जाएगा।
दक्षिण भारत में मौसम सामान्य है। यहां कई स्थानों पर बारिश हुई लेकिन सामान्य मौसम साफ रहा।