नयी दिल्ली/ तालिबान के कब्जे वाले अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए एक मिनीबस विस्फोट की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट नामक खतरनाक आतंकवादी संगठन ने ली है। विभिन्न समाचार एजेंसियों के मुताबिक अक्टूबर के बाद हुआ यह इस क्षेत्र का दूसरा बड़ा हमला है। इससे पहले 26 अक्टूबर को पड़ोस के एक स्पोर्ट्स क्लब में विस्फोट हुआ था जिसमें कम से कम चार लोग मारे गए थे। आईएस ने उस हमले की भी जिम्मेदारी ली थी। इस दुसरे हमले से यह साबित हो गया है कि अफगानिस्तान एक बार फिर से लड़ाई की ओर बढ़ रहा है।
इस्लामिक स्टेट शिया संप्रदाय वाले मुसलमानों पर लगातार आक्रमण कर रहे हैं। इनका कहना है कि चूकि सीरिया में इस्लामिक स्टेट को शिया नेतृत्व वाले ईरान ने तबाह कर दिया था और इराक में भी उसे क्षति पहुंचाया गया। यही नहीं इस्लामिक स्टेट को हूदी नामक शिया इस्लामिक आतंकवादी संगठन से लड़ाई है। यही कारण है कि इस्लामिक स्टेट लगातार शिया मुसलमानों पर हमला कर रहे हैं। इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह ने देर रात अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक मिनीबस विस्फोट की जिम्मेदारी ली। इस हमले में कम से कम 7 लोग मारे गए थे। अफगानिस्तान में शिया मुसलमानों पर हो रहे आतंकी हमलों से इस बात का डर पैदा हो गया है कि हिन्दू और सिखों के बाद शिया मुसलमानों को भी न कहीं देश छोड़ कर जाना पड़े।
इस्लामिक स्टेट नामक सुन्नी आतंकवादी समूह ने कहा कि उसके सदस्यों ने शिया मुसलमानों को ले जा रही बस पर एक विस्फोटक उपकरण से विस्फोट किया। पुलिस प्रवक्ता खालिद जादरान के अनुसार, काबुल के पश्चिमी शिया इलाके दश्ती बारची में हुए हमले में 20 अन्य घायल हो गए।
यह बमबारी कई हफ्तों में इस क्षेत्र में हुआ दूसरा हमला था। 26 अक्टूबर को पड़ोस के एक स्पोर्ट्स क्लब में हुए विस्फोट में चार लोग मारे गए और सात घायल हो गए थे। आईएस ने उस हमले की जिम्मेदारी भी ली थी।
बता दें कि काबुल के दश्ती बारची इलाके को अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह के सहयोगी द्वारा बार-बार निशाना बनाया जा रहा है। समूह ने स्कूलों, अस्पतालों और मस्जिदों पर बड़े हमले किए हैं और देश भर के अन्य शिया क्षेत्रों पर भी हमला किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि आईएस सहयोगी मुख्य रूप से अफगानिस्तान के पूर्वी नंगरहार प्रांत में स्थित है और अगस्त 2021 में सुन्नी समूह द्वारा अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद से तालिबान का एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी रहा है। आईएस आतंकियों ने काबुल, उत्तरी प्रांतों और खासकर जहां भी शिया लोग हैं, वहां हमले किए हैं, जिन्हें आईएस विधर्मी मानता है।
इधर पाकिस्तान में भी आतंकी हमले हो रहे हैं। खैबर पख्तूनख्वा राज्य के डेरा इस्माइल खान क्षेत्र में तेल एवं गैस कंपनी पर हुए आतंकी हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस उपाधीक्षक ने कहा कि द्राजांडा तहसील में आतंकी हमला हुआ। तेल कंपनी की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात थे।
खैबर पख्तूनख्वा के ही तिराह क्षेत्र में गुप्तचर आधारित अभियान में पाकिस्तानी सेना का एक अधिकारी और तीन सैनिक मारे गए और तीन अन्य घायल हो गए। आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों ने अभियान चलाया था।