रांची/ झारखंड प्रदेश भारतीय जनता पार्टी, लोकसभा चुनाव 2024 खुद की ताकत और सांगठनिक क्षमता पर नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भरोसे लड़ रही है। वैसे तो इसके कई उदाहरण हैं लेकिन एक उदाहरण बेहद महत्वपूर्ण है। विगत दिनों भाजपा की केन्द्रीय चुनाव अभियान समिति ने प्रदेश को 40 लाख लाभार्थियों की सूचि सौंपी थी। उस सूचि में लाभर्थी का नाम, उसका पूरा पता और मोबाइल नंबर भी था। पार्टी की ओर से बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को लाभार्थियों से संपर्क करना था और उन लाभार्थियों को भारतीय जनता पार्टी के बारे में बताना था। इस योजना को केन्द्रीय चुनाव अभियान समिति महत्वाकांक्षी योजना के रूप में पेश कर रही है लेकिन झारखंड में यह योजना फेल हो चुकी है।
जानकार सूत्रों की मानें तो लाभार्थी योजना संपर्क के लिए प्रदेश मुख्यालय हरमू रोड के भूतल पर एक कार्यालय भी आवंटित है। इसकी सफलता के लिए बाकायदा प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया गया है लेकिन विगत दो दिन पहले, इस संदर्भ की जो जानकारी दिल्ली भेजी गयी है, उसमें मात्र एक लाख लाभार्थियों से संपर्क की सूची प्रेषित की गयी है।
बता दें कि इस काम के लिए बाकायदा झारखंड प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद को पूरे प्रांत का प्रभारी बनाया गया है। लाभार्थी योजना संपर्क कार्यालय, जो प्रदेश मुख्यालय के भूतल पर स्थित है, उसमें फिलताल कोई नहीं बैठ रहा है। कार्यालय के वेतनभेगी कर्मचारी से पूछने पर उन्होंने बताया कि कार्यालय खुल रहा है। हालांकि कार्यालय में कोई गतिविधि नहीं देखी जा रही है। प्रदेश कार्यालय के काम से जुड़े एक नेता ने बताया कि चूंकि लाभार्थी योजना संपर्क का काम संपन्न हो चुका है इसलिए अब कोई कार्यालय में नहीं बठ रहा है और महत्वपूर्ण कार्यकर्ता व नेता अपने-अपने क्षेत्र में जाकर उम्मीदवारों को जिताने में अपनी ताकत लगा रहे हैं।
यदि भाजपा के इस महत्वाकांक्षी चुनाव योजना का यह हाल है तो अन्य योजना का क्या होगा इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। अन्य क्षेत्र में भी प्रदेश भाजपा नरेन्द्र मोदी के भरोसे ही है।
अगली किस्त में अन्य जानकारी साझा करूंगा।