नयी दिल्ली/पटना/रांची/कोलकाता/ दक्षिण ओडिशा और उसके आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे जुड़ा एक चक्रवाती संचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ दिखाई दे रहा है। यह चक्रवात अपनी पूरी मोटाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। इसकी गति पिश्चम दक्षिण की ओर बतायी जा रही है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो एक से दो दिनों में दक्षिण भारत के पूर्वी तट पर स्थित राज्यों में भारी बारिश के संकेत हैं।
इधर पश्चिम भारत को प्रभावित करने वाला मानसून समुद्र तल से जैसलमेर, कोटा, गुना, मंडला, राजनांदगांव, दक्षिण ओडिशा वाले कम दबाव के क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। इस मानसून को दक्षिण-पूर्व यानी बंगाल की खाड़ी के मध्य तक पहुंचने की संभावना है।
मध्य क्षोभमंडलीय वाले हिस्से में एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर लगभग 72 डिग्री पूर्व देशांतर से 32 डिग्री उत्तर अक्षांश उत्तर में फैला हुआ है। दक्षिण-पश्चिम पाकिस्तान और उसके आस-पास के इलाकों में समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर एक अलग चक्रवातीय संरचना बनी है।
19 जुलाई के आसपास पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। इसके कारण दक्षिण की ठंढी हवा उस ओर जाएगी। चूंकि इस हवा में जल भरा होता है इसलिए आगामी 20 जुलाई तक पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, मेघालय, ओड़िसा, झारखंड आदि प्रांतों में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही तेज हवा भी चल सकती है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश हुई। कोंकण और गोवा, तेलंगाना, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश रिकार्ड की गयी।
असम, मिजोरम, छत्तीसगढ़ और दक्षिण हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो बार भारी बारिश हुई। पूर्वाेत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दिल्ली और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई। बिहार, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड और तमिलनाडु में हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान, कोंकण और गोवा, दक्षिण गुजरात और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ बार बहुत भारी बारिश संभव है। केरल, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी मध्य प्रदेश, गुजरात, दक्षिणी मध्य प्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और पूर्वाेत्तर भारत में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
सिक्किम, पूर्वाेत्तर भारत, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लद्दाख, जम्मू कश्मीर, गंगीय पश्चिम बंगाल, रायलसीमा, तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश संभव है।
इधर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और एनसीआर से लेकर देशभर के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून सक्रिय मोड में में दिख रहा है। कुछ राज्यों में झमाझम बारिश भी हो रही है, जिसकी वजह से कई नदियां भी उफान पर हैं। हालांकि उसके बाद भी दिल्ली-एनसीआर के लोग उमस से परेशान हैं।
मौसम विभाग ने आज भी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया था लेकिन आज दिल्ली और आसपस के क्षेत्रों में बारिश नहीं हुई। वहीं दूसरे राज्यों के मौसम पर नजर डालें तो उत्तर प्रदेश हो या मुंबई हर जगह बारिश की वजह से कुछ इलाकों में जलभराव हो गया है। नदी हो या झील सभी अपने उफान पर हैं।
मौसम विभाग ने एक बार फिर दिल्ली के कुछ स्थानों पर कल के लिए हल्की बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। हालांकि बारिश होगी या नहीं ये तो कल ही पता चल पाएगा। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार कल दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और कुछ इलाकों में रिमझिम बारिश हो सकती है। वहीं कल दिल्ली का अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री रहने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश भी अब उन राज्यों में गिना जाने लगा है जहां मानसूनी बारिश आफत बन कर आयी है। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना है। कल उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर गरज के साथ बारिश होगी। इस पूरे सप्ताह यूपी में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही मौसम विभाग लोगों को नदी और तालाब से दूर रहने को कहा है।
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पूरे सप्ताह के लिए येलो अलर्ट पहले ही जारी कर दिया था। शिमला स्थित मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 21 जुलाई तक बारिश का अनुमान जताया है। रविवार शाम से राज्य के कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसमें सबसे अधिक 36.8 मिलीमीटर बारिश सुंदरनगर में दर्ज की गई। इसके बाद मंडी में 16.6 मिमी, पंडोह में 12 मिमी, पांवटा साहिब में 8.2 मिमी, करसोग में 8.1 मिमी, गोहर में 7 मिमी, बग्गी में 5.7 मिमी, सोलन में 4.4 मिमी और कुफरी में 4 मिमी बारिश दर्ज की गई।