जीवनशैली/ रोमांस को केवल काम-वासना से न जोड़े, इसके कई अलग आयाम भी हैं

जीवनशैली/ रोमांस को केवल काम-वासना से न जोड़े, इसके कई अलग आयाम भी हैं

रोमांस केवल सेक्स से ही संबंधित नहीं होता। रोमांस का अर्थ जीवन के वो रोमांचक क्षण होते हैं जो पति पत्नी मिलकर बिताते हैं, उनका पूरा आनन्द उठाते हैं और अपने संबंधों में मधुरता बनाए रखते हैं। ये रोमांचक पल आपके रिश्तों को पक्का करते हैं।

वैसे तो विवाह के शुरू के क्षणों को याद करके ही दिल में कुछ कुछ होेने लगता है पर आप सारी उम्र तो वैसा जीवन व्यतीत नहीं कर सकते क्यांेकि आपको अपने रोमांस के साथ साथ घर गृहस्थी और परिवार को भी देखना होता है पर इस गृहस्थ जीवन के साथ आप रोमांस को भी ताजा रख सकते हैं आदर्श दंपति बने रहने के लिए। अपने जीवन की बगिया को महकाने के लिए और ताजा रखने के लिए ध्यान दें कि क्या करना चाहिए –

अपने रोमांस को जगाए रखने के लिए एक दूसरे को ‘सरप्राइज गिफ्ट’ देते रहना चाहिए।
‘नाइटवियर‘ एक दूसरे की पसन्द के पहनने चाहिए।
आदर्श पति पत्नी कभी भी एक दूसरे का जन्मदिन नहीं भूलते। सबसे पहली विश एक दूसरे को दें और उचित उपहार देना न भूलें।
शादी की सालगिरह पर एक दूसरे को उनका महत्त्व आपके जीवन में कितना है, अवश्य दर्शायें और ‘आई लव यू‘ कहना न भूलें।
सालगिरह और मैरिज एनिवर्सरी पर डिनर के लिए अच्छे रेस्तरां या होटल में जाएं। वीकएंड होने पर आसपास कहीं आउटिंग पर जाए और रात बाहर होटल में गुजारें ताकि पुराने समय को तरोताजा कर सकें।
‘वेलेंटाइन डे‘ भी मनाएं क्योंकि यह शादी से पहले दिनों की याद दिलाता है जब आप इस दिन का बेसब्री से इन्तजार करते थे।
पति को पत्नी की तारीफ समय समय पर करते रहना चाहिए और पत्नी को पति की आदतों के साथ रहने में मज़ा आना चाहिए या फिर पति की आदतों को प्यार से बदलने में मदद करनी चाहिए ताकि जीवन सुखद बना रहे।
आफिस से पत्नी को फोन करते रहें। यदि कहीं बाहर किसी काम से गए हैं तो पत्नी को ई मेल भेजें और उनसे दूर रहने की तकलीफों को बताएं कि कितनी याद आ रही है और आपके हाथ के खाने को तरस रहा हूं। ‘आई मिस यू‘ कहें। पत्नी भी जब मायके जाए तो पति को फोन पर उनसे दूरी होने का अहसास करवायें।
अच्छे पति पत्नी अपनी इच्छा एक दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करते बल्कि कद्र करते हैं। कुछ पसन्द न आने पर एक छोटा सा मशविरा दें पर इस ढंग से दें कि दूसरा बुरा न मानें।
फ् जब आप एक दूसरे के साथ अकेले होते हैं तो शारीरिक तथा मानसिक रूप से साथ रहें। बस अपने बारे में ही सोचें, बात करें।
रात्रि में भी सोने से पहले अपने परिवार, अपने दांपत्य जीवन, अपने वर्तमान और भविष्य के बारे में बातें करें। अपनी दिनचर्या शेयर करें। घर व घरेलू लड़ाई झगड़े लेकर अपनी सुखद रात्रि बेकार न करें।
एक दूसरे के दुख सुख में साथ रहें। अपने प्यार से एक दूसरे का मनोबल बढ़ाए। याद रखें एक और एक ग्यारह होते हैं। दोनों परिवार के सुख दुख मिल कर निभाएं।
रात्रि बस सहवास के लिए ही नहीं है। संभोग के उपरान्त भी साथ साथ ही रहें, शारीरिक तथा मानसिक रूप से।
सहवास हमेशा आपसी रजामंदी से करें, जबरदस्ती नहीं।
कभी-कभार शापिंग पर साथ साथ जायें और आपसी पसंद की खरीदारी करें।
घर परिवार की जिम्मेदारी मिलकर निभाएं। बच्चों की देखरेख भी मिलजुल कर करें।
बाहर घूमने जाते समय, शादी – पार्टी पर जाते समय एक दूसरे की पसन्द का ध्यान रखने हुए वस्त्रा पहनें या वस्त्रों के चुनाव में एक दूसरे की मदद कर सकते हैं।
जीवन में ऐसा महसूस करते और करवाते रहें कि एक दूसरे के बिना आप अधूरे हैं।
पति पत्नी अपने दफ्तर केे तनाव घर पर लाकर अपना मूड खराब न करें। समस्या होने पर एक दूसरे को सहयोग देने में कतराएं नहीं।

(उर्वशी)

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