कानून का दुरूपयोग/ बैंगलोर के इंजीनियर अतुल के बाद करौली के इंजीनियर शुभम व्यास ने की आत्महत्या

कानून का दुरूपयोग/ बैंगलोर के इंजीनियर अतुल के बाद करौली के इंजीनियर शुभम व्यास ने की आत्महत्या

महिलाओं को संरक्षण देने वाली धारा 498। का दुरुपयोग होने पर सभ्य समाज में चिंता की लकीर झलकने लगी है। अब विवाहित महिलाओं द्वारा खुलेआम पुरुष एवं उसके परिजनों को प्रताड़ित करने की घटनाओं में बेहिसाब वृद्धि हो रही है। विवाहित महिलाओं द्वारा 498 । का दुरुपयोग किए जाने पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चिन्ता जाहिर की है।

बैंगलोर के अतुल सुसाइड काण्ड ने पूरे देश को झकझोर दिया। एक और होनहार इंजिनियर बरपाड़ा, करौली (राजस्थान) निवासी शुभम व्यास पिता स्व. हजारी लाल व्यास ने दिवंगत अतुल शर्मा के पद चिन्हों का अनुसरण करते हुए मौत को गले लगा लिया है। महुआ (राजस्थान) निवासी पत्नी दिव्या शर्मा पिता स्व. योगेश शर्मा एवं दिव्या की माँ ललिता शर्मा के द्वारा शादी के बाद से ही लगातार शुभम व्यास एवं उसके परिजनों को प्रताड़ित किया जा रहा था। ऐसा शुभम के परिजनों द्वारा आरोप लगाया गया है।

बीते दिवाली को दिव्या करौली आई थी, पर पहली दिवाली होने के बावजूद वह लक्ष्मी पूजन किए बिना सोने के गहने ले कर वापस अपने मैके चली गयी। पत्नी दिव्या को दिवाली के दिन ही अपनी माँ के पास महुआ क्यों जाना पड़ा? ऐसी क्या परिस्थिति पैदा हो गई कि उसे दिवाली के दिन महुआ जाना पड़ गया।

सवाल और भी हैं। जैसे-क्या दिव्या अपनी माँ के कहने पर लक्ष्मी पूजन किए बिना अपने पीहर महुआ चली गई? समाज चिन्तकों का कहना है कि दिव्या की माँ को अपनी बेटी को समझाना था कि यह तुम्हारे ससुराल की पहली दिवाली है। अतः दिवाली अपने ससुराल में ही मनाओ कोई बात होगी तो बाद में देख लेंगे पर माँ ने समझदारी से काम नहीं लिया जिसके चलते शायद शुभम को सदमा पहुचा और वह टूट गया।

ऐसा माना जा रहा है कि शुभम को यह डर सता रहा था कि मेरे ससुराल वाले भविष्य में बैंगलोर के अतुल जैसी परिस्थिति न पैदा कर दें, इससे पहले अपने आप को ही मिटा दो और उसने मौत को गले लगा लिया।

उल्लेखनीय है कि शुभम एवं दिव्या की शादी 16 जनवरी 2024 को हुई थी। शादी के बाद से प्रायः वह अपने पति से अलग रहने लगी। दिव्या एवं उसकी माँ ललिता शर्मा करौली के पुस्तैनी मकान को बेचने के लिए दबाब देती थी। ऐसा आरोप लगाया गया है स माँ और बेटी ने शादी को व्यापार बना दिया। शादी करो और ससुराल वालों की संपत्ति को हड़पो।

शुभम के परिजनों ने आरोप लगाया है कि दोनों माँ एवं बेटी शुभम एवं उनके परिजनों को केस में फंसाने की धमकी देती रहती थी। सीधा-साधा शुभम इनके अमानवीय व्यावहार से परेशान रहने लगा एवं हताश हो कर 14 दिसम्बर की रात को जयपुर में आत्महत्या कर ली। जयपुर के महेश नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पहले माता पिता को चिन्ता सताती रहती थी कि पता नहीं बेटी के लिए कैसा दामाद एवं घर परिवार मिलेगा, अब माता पिता को चिन्ता हो रही है कि पता नहीं बहू कैसी आयेगी। कानून ने महिलाओं के हित में 498ए धारा को बनाया था पर इसे दुर्भाग्य ही कहेंगे कि अधिकांश महिलाएं इस धारा का दुरुपयोग करने लगी है जिसके चलते अब युवक शादी करने के लिए कतराने लगे हैं।

विवाहित महिलाओं द्वारा धारा 498ए के दुरुपयोग के चलते क्या अब महिला पुलिस थाना के तर्ज़ पर पुरुष पुलिस थाना स्थापित करने की मांग उठेगी?

(आलेख में व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं। इससे हमारे प्रबंधन का कोई सरोकार नहीं है।)

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