दिल्ली में भारी बारिश का अलर्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार सहित इन राज्यों में भी मॉनसून मजबूत

दिल्ली में भारी बारिश का अलर्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार सहित इन राज्यों में भी मॉनसून मजबूत

नयी दिल्ली/पटना/रांची/ जून खत्म होते होते मॉनसून ने दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत को अपने कब्जे में ले लिया है। इसके बाद गर्मी तो जैसे छूमंतर हो गई है। हालांकि अभी भी लोगों को चिपचिपी गर्मी परेशान कर रही है। खास दिल्ली की बात करें तो आज भी यहां की आकाश पर बादलों ने डेरा जमाए रखा। राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में अगले तीन दिन तक भारी बारिश का अनुमान है।

मौसम विभाग ने इसके लिए अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं उत्तर प्रदेश, पंजाब- उत्तराखंड जैसे राज्यों में भी मॉनसून के चलते अच्छी बारिश हो रही है।

शुक्रवार को तूफानी बारिश के बाद शनिवार को बारिश के कुछ जगहों पर तेज स्पैल आए। यह स्पैल 20 मिनट से आधे घंटे तक रहे। इससे पूर्व घने काले बादल छाए थे। इसकी वजह से लोगों को लगा कि अब एक बार फिर तेज बारिश काफी देर तक होने वाली है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

वहीं दिन भर बादल छाए रहे। बारिश कम होने की वजह से राजधानी में उमस भरी गर्मी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। 2 जुलाई तक मौसम विभाग ने तेज बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके बाद तीन जुलाई को भी मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।

अधिकतम तापमान 29 और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रह सकता है। वहीं 4 व 5 जुलाई को मध्यम बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रह सकता है।

उत्तर प्रदेश में भी मौसम बारिश के बाद सुहाना हो गया है। बारिश ने एक ओर जहां भारी गर्मी से राहत दिलाई तो वहीं अब दूसरी ओर उमस परेशान कर रही है। राजधानी लखनऊ प्रदेश के लगभग अधिकतर हिस्सों में बारिश हो चुकी है।

रविवार को महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच लखीमपुर खीरी समेत कई जिलों मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।

30 जून को पश्चिमी और पूर्वी यूपी में अधिकांश जगहों पर गरज चमक के साथ बारिश होने की बात कही गई है। इस दौरान कहीं भारी तो कहीं मध्यम बारिश होने की संभावना है।

पहाड़ी राज्यों की बात करें तो उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। उत्तराखंड की बात करें तो यहां कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, वहीं कहीं-कहीं भारी बारिश का भी अलर्ट है।

पहाड़ों पर भारी बारिश होने का अनुमान है। इससे लैंडस्लाइड का खतरा भी बढ़ गया है। देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल और हरिद्वार में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। कई जिले ऐसे हैं जहां मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

हिमाचल प्रदेश की बात करें तो 30 जून से 2 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट है। 3 जुलाई को मौसमू विभाग ने कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब 30 जून से 3 जुलाई तक यहां के लोगों को मूसलाधार बारिश देखने को मिलेगी।

पंजाब-हरियाणा और चंडीगढ़ में भी बारिश ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग की मानें तो 3 जुलाई तक यहां भी भारी बारिश होने वाली है। मौसम विभाग ने अगले 3-4 दिन इन राज्यों में येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गर्मी परेशान नहीं करेगी।

मध्य प्रदेश में मॉनसून ने पहले ही एंट्री मार ली थी, इसके चलते राज्य के कई इलाकों में बारिश जारी रही और कई जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी भी है। मौसम विभाग भोपाल सर्कल के अधिकारियों ने बताया कि उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से नमी के कारण प्रदेश के कई इलाकों में बारिश जारी रहेगी।

राजस्थान की बात करें तो मुख्यतरू पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में 3 जुलाई तक कहीं येलो तो कहीं ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। इन जगहों में गरज चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी है। बिहार की बात करें तो पटना समेत लगभग सभी जिलों में झमाझम बारिश जारी है। यह मंजर कल दोपहर से शुरू है जो आज सुबह भी जारी रहेगा।

30 जून तक पूरे झारखंड में मॉनसून की बारिश की संभावना जतायी गयी थी। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव वाला क्षेत्र बना है। वहीं, एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल होते हुए झारखंड व बिहार की ओर बढ़ रहा है। इससे 30 जून तक पूरे झारखंड में मॉनसून के बादल छाने और बारिश होने की उम्मीद बतायी गयी थी। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले कुछ हफ्ते से कमजोर पड़ा मॉनसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है।

रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में हलचल होने और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के तेजी से बढ़ने के कारण अगले एक-दो दिन में झारखंड में मॉनसून की बारिश होने लगेगी।

रांची सहित राज्य के कुछ जिलों में गुरुवार को बारिश हुई. शुक्रवार को भी रांची, गुमला, खूंटी, लोहरदगा, रामगढ़, सरायकेला, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है।

यह सिलसिला कुछ दिनों तक जारी रहेगा. बारिश होने से अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में वज्रपात होने की आशंका जतायी है।

इससे जानमाल की क्षति हो सकती है. ऐसे में लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गयी है। आनंद ने लोगों को बारिश के समय व बादल गरजने के समय खेतों में, पेड़ व बिजली खंभों के नीचे नहीं रहने का आग्रह किया है. वज्रपात व बारिश को लेकर मौसम विभाग ने पूरे राज्य में एक जुलाई तक ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।

इधर, मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक पिछले 24 घंटे में रांची में 11 मिमी बारिश दर्ज की गयी है. वहीं, गुरुवार को रांची का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को रांची का अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस था. यानि एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है। जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस तथा मेदिनीनगर का अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गुरुवार को गढ़वा में 9.5 मिमी बारिश हुई है, जबकि, राज्य में सबसे अधिक 33 मिमी बारिश गुमला स्थित भरनो में हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, एक जून 2024 से 27 जून 2024 तक झारखंड में 50.4 मिमी बारिश हुई है। सामान्य वर्षा का रिकार्ड इस समय 160.2 मिमी रहा है. यानि 30 जून से तीन दिन पहले तक राज्य में 69 प्रतिशत बारिश कम हुई है। एक जून से 27 जून तक सबसे अधिक गुमला में 87.8 मिमी बारिश हुई है। इसके बाद सिमडेगा में 85.9 मिमी, धनबाद में 80.3 मिमी, रांची में 75 मिमी बारिश हुई है। सबसे कम गढ़वा में मात्र 11.1 मिमी तथा पलामू में 19.8 मिमी ही बारिश हुई है, जो सामान्य से 56 प्रतिशत कम है।

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