पुलिस स्मृति दिवस/ वीरगति को प्राप्त हुए पुलिस जवानों को मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

पुलिस स्मृति दिवस/ वीरगति को प्राप्त हुए पुलिस जवानों को मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

गांधीनगर/ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शांति और सुरक्षा के साथ विकास के जरिए देश का ग्रोथ इंजन बने गुजरात के मूल में पुलिस बल के योगदान को महत्वपूर्ण बताया है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बल के कर्तव्यनिष्ठ जवान हर तरह की प्राकृतिक आपदा या अन्य आकस्मिक घटनाओं के समय अपनी जान की परवाह किए बिना स्वयं की नहीं बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा का भाव दिल में रखकर अपना कर्तव्य निभाते हैं।

मुख्यमंत्री शनिवार को गांधीनगर के निकट स्थित कराई पुलिस अकादमी में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस समारोह में दिवंगत पुलिसकर्मियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए पुलिसकर्मियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि, अपने घर-परिवार की चिंता किए बिना तथा त्योहार सहित किसी भी अवसर का ख्याल किए बगैर चैबीसों घंटे सातों दिन ड्यूटी पर मुस्तैद पुलिसकर्मी समाज जीवन के सच्चे रक्षक हैं।

उन्होंने कहा कि अपनी जान जोखिम डालकर भी दूसरों की जान बचाना, और मुश्किल वक्त में कर्तव्य मार्ग पर अडिग रहकर समाज सुरक्षा करना, इस विचार का कार्यान्वयन ही पुलिसकर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा को वंदनीय बनाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दूरदर्शी नेतृत्व में पुलिस बल का मनोबल काफी बढ़ा है। गुजरात आज बेस्ट चॉइस फॉर इन्वेस्टमेंट बना है। मुख्यमंत्री ने इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया कि दुनिया भर के निवेशक और उद्योगकार गुजरात में निवेश के लिए आ रहे हैं क्योंकि पुलिस बल की कर्तव्यपरायणता से उन्हें राज्य में शांति और सुरक्षा का एहसास होता है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पुलिस बल के वीर शहीदों के परिवारजनों के प्रति भी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि राज्य सरकार सदैव उनके साथ खड़ी है और आवश्यकता पड़ने पर और अधिक सक्रियता से साथ खड़े रहने को प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वीर पुलिस जवानों के बलिदान, त्याग और समर्पण की स्मृति को चिरंजीवी रखकर गुजरात की शांति, सुरक्षा और विकास की गाथा को अविरत गतिशील रखने के लिए सभी से साथ मिलकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।

गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि 21 अक्टूबर, 1959 को लद्दाख में हुए हमले में शहीद हुए पुलिस जवानों की समृति को बनाए रखने के लिए प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर का दिन देश भर में पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।

संघवी ने कहा कि सेना के जवान दुश्मनों के खिलाफ मजबूती से खड़े होकर हमारी सरहदों की रक्षा करते हैं। वहीं, पुलिस बल देश की आंतरिक सुरक्षा, समाज जीवन को ड्रग्स, नशाखोरी, आतंकवाद और अत्याचार से सुरक्षित रखने का दायित्व निभाता है।

उन्होंने कहा कि सर्दी-गर्मी और बरसात की मार सहन करके भी अपने परिवार-बच्चों को भूलकर, पुलिस के कर्तव्यनिष्ठ जवान ट्रैफिक विनियम और अपराध नियंत्रण के लिए सदैव कर्तव्यरत रहते हैं।

गृह राज्य मंत्री ने अपील की कि जनता के ऐसे उम्दा सेवक और जनजीवन के प्रहरी पुलिसकर्मियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण भी प्रोत्साहक बनना चाहिए।

गृह राज्य मंत्री ने लोगों से यह प्रेरक आह्वान किया कि वे वीर शहीद पुलिस जवानों के पुण्य स्मरण के साथ सेवारत जवानों की सेवानिष्ठा को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर याद करते हुए जहां कहीं भी पुलिस दिखाई दे, वहां उन्हें सम्मान के साथ एक सलामी अवश्य दें। पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा देते हुए सभी का स्वागत किया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री ने शहीद वीर जवानों को पुण्यांजलि देते हुए भावपूर्ण वंदन किया। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, पुलिस जवान और शहीद जवानों के परिवारजन भी उपस्थित रहे।

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