नयी दिल्ली/ खबर है कि जुलाई से सितंबर तिमाही में देश के सात प्रमुख शहरों में कार्यालय स्थल पट्टे पर लेने में 50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह घटकर 54 लाख वर्गफुट रह गई। संपत्ति क्षेत्र की सलाहकार कंपनी जेएलएल इंडिया ने यह जानकारी दी है। दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद और बेंगलूरू इन सात शहरों में कार्यालय स्थल की मांग दूसरी तिमाही के दौरान 1.09 करोड़ वर्गफुट रही थी जो कि इस साल इसी अवधि में घटकर 54 लाख वर्गफुट रह गई है।
यदि जनवरी से सितंबर 2020 अवधि की बात की जाये तो इस दौरान 1.73 करोड़ वर्गफुट कार्यालय स्थल पट्टे पर लिया गया जो कि एक साल पहले इसी अवधि पर लिये गये कार्यालय स्थल के मुकाबले 47 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है। एक साल पहले इसी अवधि में 3.27 करोड़ वर्गफुट कार्यालय स्थल पट्टे पर लिया गया।
जेएलएल इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत में सितंबर 2020 को समाप्त तिमाही में शुद्ध रूप से 54 लाख वर्गफुट कार्यालय स्थल की मांग रही। यह आंकड़ा जून में समाप्त वर्ष की पहली तिमाही की मांग के मुकाबले 64 प्रतिशत अधिक रहा।’’ कार्यालय स्थल की मांग के तौर पर जुलाई – सितंबर के दौरान बेंगलूरू सबसे शीर्ष पर रहा। उसके बाद हैदराबाद का स्थान रहा। इन शहरों में क्रमशरू 27.20 लाख और 15.40 लाख वर्गफुट कार्यालय स्थल को लिया गया। उसके बाद पुणे, मुंबई, चेन्नई, दिल्ली एनसीआर और कोलकाता का स्थान रहा।