जब मोहम्मद और अल्लाह बुलंद है तो विमर्श से क्यों डरते हैं मुसलमान?

राकेश सैन राकेश सैन उफनी भीड़ इबादतगाह से, भाईचारे के पत्थर बरसे।सहमा समाज अन्तरू में दुबका, कानूनों के कपाल बिखरे।सडकों के वो हुए शहंशाह, शासन

कौन लोग हैं तालिबानी, जो अपने को पैगंबर मोहम्मद की सेना होने का दावा करते हैं?

कलीमुल्ला खान तालिबान शब्द सुनते ही आपके जहन में क्या छवि उभरती है? जाहिर है, एक ऐसा आदमी जो बड़ी सी दाढ़ी के साथ है,

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