कुमार कृष्णन राजनीति में आज भी एक सिद्धांत जीवित है और वह सिद्धांत है डॉ. राममनोहर लोहिया का समाजवाद का सिद्धांत। वे एक मौलिक चिंतक
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अमेरिकी फंडिंग और भारतीय राजनीति : हित या हस्तक्षेप?
डॉ ब्रजेश कुमार मिश्र डोनाल्ड ट्रम्प ने 20 जनवरी को दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति की शपथ लेने के बाद ‘संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेशी सहायता’
मतदाताओं को श्रिश्वतश् जैसी गारंटी की सियासत पर उठते सवालों का जवाब आखिर देगा कौन
कमलेश पांडेय पहले मतदाताओं को श्रिश्वतश् जैसी चुनावी गारंटी देने और फिर चुनाव जीत लेने के बाद उसे लागू नहीं करने की वादाखिलाफी एक ऐसा
आखिर संताल वोटों के लिए मारामारी क्यों? क्या है संतालों की पॉलिटिक्स?
गौतम चौधरी एवं जनलेख टीम की खास रपट विधानसभा चुनाव की आहट से पहले संताल समुदाय झारखंड की राजनीति के केंद्र में है। यूपीए गठबंधन
अजमेर कांड : समाज, राजनीति और न्यायपालिका पर बड़ा सवाल
राजेश कुमार पासी अजमेर हिंदुओं के लिए एक पवित्र शहर है क्योंकि यहां ब्रह्मा जी का पवित्र स्थल पुष्कर मंदिर है, दूसरी तरफ सूफी संत
भारतीय राजनीति में जातिवाद का हस्तक्षेप और उसका प्रभाव
डॉ. सुधाकर कुमार मिश्र सामयिक परिप्रेक्ष्य में जातिवाद भारत की राजनीति की एक ऐसी गोटी है जिसको प्रत्येक राजनीतिक दल अपने निश्चित एवं विवेकीय प्रतिशत
पंजाब की राजनीति में क्षेत्रवाद के रोगाणु
राकेश सैन क्षेत्रवाद व उपराष्ट्रवाद की जिस मानसिकता से भारत सदियों तक विदेशी संत्रास झेलता आया है उसके रोगाणु आज भी देश की राजनीति में
लोकसभा आम चुनाव 2024 : झारखंड प्रदेश भाजपा की गतिविधि, पैसे और परिवार के लिए राजनीति करता है इंडी ठगबंधन : बाबूलाल मरांडी
रांची/ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने एक बयान में कहा कि सबका साथ, सबका विकास के साथ पूरा होगा 400
वापमंथ/ कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न और मण्डल कमीशन की राजनीति
विवेक भारत रत्न, पद्म भूषण, पद्मश्री, आदि पुरस्कारों का वैसे तो आम मेहनतकश जनता के लिए कोई विशेष महत्व नहीं है। चूँकि भारत रत्न और
राजनीति/ अन्य पिछड़ी जाति पर भाजपा की नजर, यादवों को किनारा कर आसन्न चुनाव में उतरेगी भाजपा
पटना/ सब कुछ ठीक रहा तो बिहार भाजपा आसन्न लोकसभा एवं उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश के तर्ज पर लड़ेगी। इस बार