रांची/ झारखंड प्रदेश भारतीय जनता पार्टी पिछड़ी जाति मोर्चा के अध्यक्ष अमरनाथ यादव ने एक बयान जारी कर कहा है कि बिना किसी संशय के कोरोना वैक्सीन जरूर लें।
उन्होंने कहा कि भारत में मलेरिया की दवाई मिले लगभग 50 साल हो गए, फिर भी हर साल देश में साल 2,05,000 मौतें मलेरिया से होती हैं। 55,000 बच्चे जन्म के कुछ ही सालों के भीतर, 30 हजार बच्चे पांच से 14 साल के बीच मलेरिया से दम तोड़ते हैं।
यादव ने बताया कि 15 से 69 साल की उम्र के 1,20,000 लोग भी इस जानलेवा बीमारी से बच नहीं पाते हैं। फिर भी कोई मलेरिया की दवा का दुष्प्रचार नहीं करता और अफवाह नहीं फैलाता है, बल्कि मनुष्य अब मलेरिया के साथ जीना सीख लिया है। लोग अब आलआउट, ओडोमस, मच्छरदानी, कछुआ छाप अगरबत्ती, गोइठा, रूम स्प्रे आदि का उपयोग करते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि दुनिया भर में सबसे ज्यादा टीबी के मामले भारत में है, जिस कारण प्रतिदिन लगभग 4 हजार मौतें भारत में होती है। जबकि टीबी की दवाई भी सालों से उपलब्ध है और सरकार हर स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त में देती है।
यादव ने कहा कि इसके लिए जागरूकता अभियान में सालाना करोड़ो रूपये खर्च होते हैं और इसमें भी मरीज से डिस्टनसिंग बनाकर कर सभी दवाईयां दी जाती है। फिर भी इस बीमारी से मरने के बाद कोई भी परिजन दवा पर शक नही करता है, क्योंकि वो जानते हैं कि बीमारी का कितने दिनों बाद पकड़ में आना, रेगुलर डोज का सेवन में सजगता या लापरवाही, सबके रहन सहन, खान-पान अलग होने और विभिन्न जलवायु क्षेत्रों में रहने के कारण सब इंसानों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अलग अलग होती है।
इसके अलावा दवा का असर शरीर के अंदर पहले से मौजूद बीमारियों के कारण सभी मरीजों में भिन्न हो सकती है। इसलिए जो लोग भी इस तरह की खबरें प्रचारित कर रहे हैं कि फलाना आदमी कोरोना वैक्सीन का एक डोज या दोनों डोज लिया फिर भी मौत हो गई वो भी रोमॉर मोंगर है। ये वही लोग हैं जो आपको गुमराह करने के लिए कभी इसे भाजपा की वैक्सीन तो कभी रैट लैब और ना जाने कैसी कैसी संज्ञा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता लोग नरेंद्र मोदी सरकार की महामारी से निबटने की उपलब्धियों को धूमिल करने के लिए अफवाह फैला रहे और खुद छिपकर वैक्सीन भी ले रहे हैं। ताकि कम लोग वैक्सीन ले जिससे ज्यादा लोग मरें फिर ये कोरोना से हो रही मौत की बढ़ते आंकड़ों पर केंद्र सरकार की आलोचना टूलकिट बनाकर करें। ऐसे लोग भी एक प्रकार के एन्टी सोशल वायरस है।
इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है, कोरोना की वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। आप अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर अपने साथ परिवार के 18 वर्ष से अधिक उम्र के सदस्यों को वैक्सीन जरूर लगवाए। और कोरोना के साथ कैसे जीना है ये भी आदत बना लें। साफ सफाई, मास्क, सोशल डिस्टनसिंग, सेनेटाइजर, भाप, काढ़ा, विटामिन सी, आयुर्वेद, आदि का उपयोग करते रहे।