रांची/ झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में मंगलवार तड़के मुंबई-हावड़ा मेल के कम से कम 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। यह दुर्घटना सुबह पौने चार बजे दक्षिण-पूर्व रेलवे (एसईआर) के चक्रधरपुर मंडल के अंतर्गत जमशेदपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर बड़ाबम्बू के पास हुई।
इस दुर्घटना पर अपनी प्रतिक्रिया में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने केंद्र सरकार की निंदा की। मोर्चा ने कहा, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को रील बनाना बंद करके अपने काम पर ध्यान देना चाहिए।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने झारखंड में हावड़ा-मुंबई मेल के पटरी से उतरने की घटना को लेकर केंद्र सरकार की निंदा की है। झारखंड में सत्तारूढ़ दल ने यह भी कहा कि इस ट्रेन दुर्घटना के लिए रेल मंत्री और केंद्र सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।
झामुमो ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को टैग करते हुए लिखा, इसमें (झारखंड के मुख्यमंत्री) हेमंत सोरेन जी या इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) गठबंधन का कोई हाथ नहीं है। इसके लिए ईडी (प्रवर्तन निदेशालय)/सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) से फंसवा देने की कायरतापूर्ण धमकी मत दीजिएगा।
उसने कहा, इसकी पूरी जिम्मेदारी आपके रेल मंत्री एवं केंद्र सरकार की है। रेल मंत्री को रील बनाने से मना कीजिए और रेल पर ध्यान देने का आग्रह कीजिए। विपक्षी दल रेल मंत्री पर सोशल मीडिया मंचों के लिए रील बनाने में व्यस्त रहने और यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान न देने का आरोप लगा रहे हैं।