देशभर के मौसम का हाल/ दिल्ली व आसपास में उमस भरी गर्मी से राहत, बिहार व झारखंड में महाबली हुआ मानसून

देशभर के मौसम का हाल/ दिल्ली व आसपास में उमस भरी गर्मी से राहत, बिहार व झारखंड में महाबली हुआ मानसून

नयी दिल्ली/रांची/पटना/ दिल्ली व एनसीआर के लोगों को आज उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की संभावना थी जो पूरा हुआ। दरअसल मौसम विभाग ने आज दिल्ली में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जतायी थी। दिल्ली में कुछ दिनों से चिपचिपी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है।

बिहार में भी बारिश प्रारंभ हो गयी है। इधर झारखंड की राजधानी रांची में विगत कई दिनों से रुक-रुक कर मध्यम से भारती दर्जे की बारिश हो रही है। दिल्ली के लोग मौसम विभाग का अलर्ट पढ़कर रोज बारिश की उम्मीद लगाते हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही है। हालांकि मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों तक दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना जताई थी, लेकिन फिलहाल यहां तेज धूप देखने को मिल रही है। दिन में कभी-कभी घने बादले छाते हैं लेकिन बारिश नहीं हो पाती है। वैसे आज बारिश की संभावना जताई गयी थी। कई स्थानों पर बुंदाबुदी की खबर तो है लेकिन मुकम्मल तौर पर बारिश नहीं हुई है।

मौसम विभाग के मुताबिक आज दिल्ली-एनसीआर में बारिश होने की संभावना है। वहीं, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश समेत देश के दूसरे पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश आज संभव है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना समेत देश के कई हिस्सों में बारिश होने की आशंका है।

मौसम विभाग ने दिल्ली में 22 से 24 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया है। इसके तहत हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 33 से 34 डिग्री और न्यूनतम 26 से 28 डिग्री रह सकता है।

उत्तराखंड में मौसम विज्ञान केंद्र ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड के कुमाऊं में ऑरेंज अलर्ट और गढ़वाल में येलो अलर्ट जारी किया गया है। गढ़वाल के अधिकांश जिलों और राजधानी देहरादून में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बारिश को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

यदि मौसम प्रणाली को देखें तो, ओडिशा के तटीय क्षेत्र में अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव बना हुआ है। यह दबाव क्षेत्र उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। यह दबाव छत्तीसगढ़ के ऊपर उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। इसे छत्तीसगढ़ में कमजोर हो जाने की संभावना जतायी गयी है।

मौसम विभाग की मानें तो हिमाचल प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। यह धीरे धीरे नीचे यानी दक्षिण की ओर खिसक रहा है। गुजरात के कच्छ क्षेत्र पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना गया है। तटीय ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तट तक फैली हुई है।

पिछले 24 घंटों के दौरान, कोंकण और गोवा तथा गुजरात में मध्यम से भारी बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश हुई। मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वाेत्तर भारत में मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।

उत्तर पूर्व भारत, गांगा की बेसिन वाला पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, केरल, पंजाब के कुछ हिस्सों और पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हुई। उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश हुई।

अगले 24 घंटों के दौरान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, तटीय कर्नाटक और दक्षिणी राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश संभव है। पूर्वाेत्तर भारत, सिक्किम, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश एक या दो स्थानों पर हो सकती है।

पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, केरल, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, आंध्र प्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मोटर ट्रेन संभव है। जम्मू कश्मीर हरियाणा पंजाब दिल्ली पूर्वी उत्तर प्रदेश तमिलनाडु और रायलसीमा में हल्की बारिश संभव है।

बिहार की राजधानी पटना समेत कई जिलों में एक बार फिर से गर्मी ने डेरा डाल दिया है। लेट हुए मानसून 2024 ने काफी हद तक भरपाई करने की कोशिश की लेकिन कमजोर पड़ गया। नतीजा ये हुआ कि गर्मी और उमस ने एक बार फिर से लोगों को परेशान कर दिया है। दक्षिण बिहार में फिलहाल ऐसा ही मौसम रहेगा।

वहीं उत्तर बिहार में 20 जुलाई से मौसम पलटी मारना शुरू कर दिया। इस दौरान इन जिलों के कई स्थानों पर बारिश का पूर्वानुमान बताया गया है। वहीं पटना समेत बाकी जिलों में फिलहाल बारिश की संभावना नहीं है।

फिलहाल मॉनसून की ट्रफ लाइन जैसलमेर, कोटा, गुना, नरसिंहपुर, राजनंदगांव, कलिंगपट्नम से होते हुए मध्य बंगाल की खाड़ी से पूर्व की ओर समुद्रतल से 1.5 किमी ऊपर गुजर रही है। 19 जुलाई के आसपास पश्चिम मध्य और उससे लगे हुए उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक ताजा निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। अगले 48 घंटों में राज्य के दिन के तापमान में एक से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि का पूर्वानुमान है।

बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सारण, सिवान और गोपालगंज में 19 जुलाई को मौसम पलटी मार सकता है। इस दिन इन सभी जिलों के अनेक स्थानों पर बारिश की संभावना है। वहीं 20 जुलाई को सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया जिले में अनेक स्थानों पर बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है। इस दौरान बाकी जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है।

पटना मौसम विज्ञान केंद्र से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक 22 जुलाई को बक्सर, भोजपुर, भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, जहानाबाद, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय और लखीसराय में अनेक स्थानों पर बारिश हो सकती है।

इसके बाद 23 जुलाई को बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सारण, सिवान, गोपालगंज में अनेक स्थानों पर बरसात की संभावना है। वहीं बक्सर, भोजपुर, भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, जहानाबाद, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय, भागलपुर, मुंगेर, खगड़िया, बांका जिलों में अधिकांश स्थानों पर बारिश की उम्मीद है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »