चंडीगढ़/ पंजाब की पूरी पुलिस खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश में जुटी हुई है लेकिन उसका कोई पता नहीं चला रहा है। इसी बीच विदेश में भी खालिस्तान समर्थक ऐक्टिव हो गए हैं। इस पूरी साजिश में यूके में बैठे खालिस्तानी आतंकी अवतार सिंह खंडा का नाम सामने आया है। हालांकि खंडा को वहां की पुलिस ने भारतीय वाणिज्य दूतावास पर तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
इधर पंजाब पुलिस खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल की तीसरे दिन भी तलाश जारी रखी। पंजाब की पूरी पुलिस उसको गिरफ्तार करने लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चल रहा है। अमृतपाल तो पकड़ में नहीं आया है, पर खालिस्तानी संगठनों के बारे में चैंकने वाले खुलासे हो रहे हैं। कैसे विदेश में बैठकर खालिस्तान समर्थक भारत को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। इसी बीच एक अवतार सिंह खंडा नाम सामने आया है, जिसे अमृतपाल का बॉस कहा जा रहा है। बता दें कि अवतार सिंह के कहने पर ही अमृतपाल पंजाब को सुलगाने की फिराक में योजना बना रहा था। लेकिन वह अपने मंसूबे में कामयाब हो पाता इससे पहले ही पुलिस उसे पकड़ने के लिए पीछे लग गई।
अवतार सिंह खंडा कट्टर खालिस्तानी आतंकवादी है, सूत्रों के मुताबिक वह यूके में रह रहा है। वह कट्टरपंथियों जैसे बब्बर खालसा के आतंकवादियों के साथ मिलकर भारतीय सिख युवाओं को धर्म के नाम पर बरगलाने का काम करता है। अवतार का सीधा कनेक्शन ब्बबर खाला के आंतकी पम्पा से है। सुरक्षा एजेंसियों के अफसरों का कहना है कि खालिस्तानी आतंकी अवतार सिंह खंडा ने ही अमृतपाल सिंह को श्मिशन खालिस्तानश् के लिए ट्रेंड किया है। खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि वह आईएसआई एजेंट के साथ भी मिला हुआ है। पाकिस्तानियों के साथ मिलकर आंतकी हमले भी साजिश रचता है।
बताया जा रहा है कि अवतार सिंह, परमजीत सिंह पम्मा और अमृतपाल मिलकर मिलकर पंजाब को एक बार फिर से आतंकवाद की तरफ धकेलने की साजिश रच रहे थे। इसके लिए उन्होंने पंजाब के ही सैंकड़ों सिख युवाओं को ट्रेनिंग भी दी हुई है। लेकिन पंजाब पुलिस ने अब उनके खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अब तक अमृतपाल के करीब 100 से ज्यादा करीबियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके चाचा और ड्राइवर सरेंडर कर चुके हैं। अमृतपाल के गांव जल्लूखेड़ा में भारी संख्या में फोर्स की तैनात है। इतना ही नहीं पंजाब के कई हिस्सों में अभी इंटरनेट बंद है।
बता दें कि अवतार सिंह और परमजीत सिंह कट्टरपंथी सिख समूहों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने भारत विरोधी गतिविधियों का मुद्दा उठा चुके हैं। यह मामला उस दौरान का है जब पीएम मोदी साल 2015 में यूके की यात्रा पर गए थे। इस दौरान मीडिया में खबरें भी आई थीं कि इन कट्टरपंथियों ने ब्रिटेन में काम कर रहे भारत-विरोधी समूहों को लेकर दस्तावेज भी दिए थे।