नयी दिल्ली/ नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन की सरकार आज संसद भवन के पटल पर वर्ष 2022 – 23 का आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट रखेगी। बता दें कि यह रिपोर्ट बीते वित्त वर्ष के दौरान देश के आर्थिक प्रदर्शन का विवरण देता है और मुद्रास्फीति, विदेशी मुद्रा भंडार और आर्थिक विकास दर परिदृश्य जैसे व्यापक आर्थिक संकेतकों पर अहम डेटा प्रदान करता है। यह दस्तावेज एक आर्थिक रोडमैप भी प्रदान करता है।
केंद्र की मोदी सरकार आज संसद में 2022-23 का आर्थिक सर्वेक्षण जारी करेगी, जो इस अवधि के दौरान देश की आर्थिक स्थिति की तस्वीर सबके सामने लाएगी। आज से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संसद के दोनों सदनों में अभिभाषण के तुरंत बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यह सर्वेक्षण पेश करेंगी।
आर्थिक सर्वेक्षण मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन द्वारा तैयार किया गया है। आर्थिक सर्वेक्षण बीते वित्त वर्ष के दौरान देश के आर्थिक प्रदर्शन का विस्तृत विवरण देता है और मुद्रास्फीति, विदेशी मुद्रा भंडार और आर्थिक विकास दर परिदृश्य जैसे व्यापक आर्थिक संकेतकों पर महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करता है।
इसके अलावा, यह बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, वित्तीय संस्थानों और कृषि के साथ-साथ उद्योग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर स्थिति रिपोर्ट भी प्रदान करता है। यह दस्तावेज एक आर्थिक रोडमैप भी प्रदान करता है जो अर्थव्यवस्था के सामने आने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए आगे के रास्ते पर प्रकाश डालता है।
परिपाटी के अनुसार, आर्थिक सर्वेक्षण हर साल केंद्रीय बजट की घोषणा से एक दिन पहले पेश किया जाता है। एक बार संसद में आर्थिक सर्वेक्षण रखे जाने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार मीडिया को दस्तावेज की मुख्य बातों के बारे में जानकारी देते हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आज वित्त मंत्री द्वारा संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किये जाने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार इसको लेकर मीडिया से बात करेंगे।