रांची/ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि भारत सरकार के द्वारा 15 नवंबर धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी के जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय एक ऐतिहासिक फैसला है। यह समस्त जनजातीय समाज के लिए गौरव का विषय है।
विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री विनीता इंद्वार ने कहा कि अभाविप पूर्व से ही 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाता आया है। भारत सरकार के द्वारा यह फैसला जनजातीय समाज के अनकही इतिहास को भी विश्व पटल पर लाएगा। आज जनजातीय समाज को तोड़ने के लिए वैश्विक स्तर पर कई संस्थाएं कार्य कर रही है, उन पर भी लगाम लगाने की जरूरत है जो जबरन एवं अंधविश्वास फैला कर मतांतरण का कार्य कर रहे।
प्रदेश मंत्री राजीव रंजन देव ने कहा कि निश्छल एवं निस्वार्थ भाव से जनजातीय समाज ने सदैव प्राकृतिक के साथ सामंजस्य बना कर विकास की लकीर को खींचा है। धरती आबा के जयंती के अवसर पर इसे जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय झारखंड के लिए भी एक ऐतिहासिक दिन होगा।
अभाविप ने जनजातीय समाज के अनकही पहलुओं को समाज के सामने वर्ष भर के विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सदैव प्रस्तुत किया है। इतिहासकारों ने जनजातीय समाज के गौरव गाथा को सबके सामने लाने में अनदेखी किया है। आज जरूरत है जनजातीय समाज की गौरव गाथा को पाठ्यक्रम में शामिल कर युवाओं को अपने इतिहास की गौरव गाथा को बतलाने की।