हसन जमालपुरी
मुस्लिम युवकों के लिए अग्निवीर फौज में भर्ती होने का सुनहरा अवसर लेकर आया है। इसे हाथ से जाने नहीं देना चाहिए। यहां एक-दो पुराना वाकया सामने रखना जरूरी है। इतिहास की तारीखों से कुछ सीख लेनी चाहिए। जब अंग्रेज भारत आए और हुकूमत की बागडोर संभाली तो उन्होंने फारसी की जगह अंग्रेसी भाषा को आगे किया। अपने कायदे कानून भी लागू किए। उन दिनों मुसलमानों ने इसका विरोध किया लेकिन हिन्दुओं ने इसे हाथो हाथ लिया। हिन्दुओं में भी ब्राह्मण और कायस्तों ने इसका फायदा उठाया आज ये दोनों समाज हिन्दुस्तान की सियासत और प्रशासन में सबसे आगे हैं। मुसलमानों को अंग्रेजी का विरोध बहुत मंहगा पड़ा। जब पाकिस्तान का बटवाड़ा हुआ तो बड़ी संख्या में मुसलमान हिन्दुस्तान में भी रह गए। यहां के मुसलमानों ने सेना में जाने से परहेज किया। यदि अग्निवीर योजना का हम विरोध करते रहे तो एक बढ़िया मौका हमारे हाथ से निकल जाएगा। इसलिए इसे तुरंत स्वीकार कर लेना चाहिए।
समझ रहे हों ना ये किस के लिए तैयारी हो रही हैं इसलिये वक्त रहते हुवे हमें भी भर्ती होने के लिए तैयारी स्टार्ट कर देनी चाहिए।
वेतन
पहला साल- 21,000×12= 2,52,000
दूसरा साल- 23,100×12= 2,77,200
तीसरा साल- 25,580×12= 3,06,960
चैथा साल- 28,000×12= 3,36,000
कुल मिला कर 11 लाख 72 हजार 160 रुपए, चार सालों में मिलेंगे उसके बाद, रिटायरमेंट पर 11 लाख 71 हजार अलग से सरकार देने वाली है।
’मियां बाबू, जॉब आर्मी की है, रहना खाना, इलाज वगैरह सब फ्री है, मतलब जो उम्र नुक्कड़ों पर चाय-सिगरेट में निकल जाती है, उन 4 सालों में 23 लाख 43 हजार 160 रुपये कमाने का सुनहरा मौका है।’
आप 17 से 23 साल की उम्र के लड़के अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना को जॉइन जरूर कीजिए। समझिए मोदी जी सरकारी पैसों से 4 साल आपको आर्मी की ट्रेनिंग देंगे, साथ मे इतने सारे पैसे भी, जॉब वैसे भी नहीं है, बारवीं या ग्रेजुएट होने के बाद सीधे अग्निपथ के रास्ते पर चले जाइए, यही आपका भविष्य है और हमारा भी।
उसके बाद 24-25 की उम्र में रिटायरमेंट के बाद, इन पैसों से कोई बिजनेस शुरू कर लीजिएगा, या नहीं तो इंडियन आर्मी की ट्रेनिंग के साथ गल्फ तो है ही, आर्मी का अनुशासन आपके बहुत काम आएगा। लाइफ जैसी अभी चल रही है, उससे बेहतर तय है। ’तो आप अग्निपथ योजना के विरोध का हिस्सा मत बनिए बल्कि ये समझिए कि, आप के लिए बल्क में, आर्मी तक नहीं पहुँचने का जो आरक्षण था अब वो खत्म हो चुका है।’
अपना मुस्तकबिल सुरक्षित कीजिए और सोचिए 24 के उम्र में 0 से आर्मी ट्रेनिंग के ’साथ कुल मिला कर 11 लाख रूपये सैलरी के रूप में मिलने वाला पूरा पैसा अगर आप खत्म भी कर देते हैं तो रिटायरमेंट के वक्त मिलने वाला 11 लाख 71 हजार रुपया कम नहीं है।’
(लेखक के विचार निजी हैं। इससे जनलेख प्रबंधन का कोई लेनादेना नहीं है।)