रायपुर/ छतीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर दो माओवादी चरमपंथी ने आत्मसमर्पण कर दिया है। दोनों चरमपंथियों ने जिला पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्णेय के सामने अपने हथियार डाले।
लच्छू फरसा (27 साल) भैरमगढ़ एरिया कमेठी में लंबे समय से सक्रिय था। फरसा, पीएलजीए सदस्य के रूप में 2009 से माओवादियों के साथ सक्रिय था। आदावड़ा (जांगला) का रहने वाला बताया जाता है। इस माओवादी चरमपंथी पर सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखी थी।
लच्छू के साथ उसकी पत्नी हड़मे मंडावी ने भी आज आत्मसर्पण किया। मंडावी गोरना की निवासी है और 2010 से बाल संगम के रूप में कार्य करते हुए पुलिस की रेकी करती करती रही है। मंडावी 2016 से भैरमगढ़ एलजीएस में सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य कर रही थी। मंडावी को भी शातिर माओवादी बताया जा रहा है। जानकारों की मानें तो वह 12 बोर बंदूक के साथ माओवादी गुरिल्ला का सदस्य है।
आज दोनों माओवादी चरमपंथियों ने, जो आपस में पति और पत्नी हैं, पुलिस के सामने हथियारों के साथ समर्पण कर दिया।