नई दिल्ली : नेपाल में फंसे करीब 20 चीनी नागरिकों ने स्वदेश लौटने को लेकर अपने ही सरकार के खिलाफ काठमांडू में चीनी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। चीनी नागरिकों की मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द स्वदेश लौटने की अनुमति प्रदान की जाए।
विगत वर्ष से चीन की सरकार ने कोविड का बहाना बना हवाई यात्रा पर एकतरफा प्रतिबंध लागा रखी है। यह प्रतिबंध फरबरी 2020 से जारी है। चीन की हवाई यात्रा को लेकर दिशा-निर्देशों की कमी से देश के नागरिकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उनके पास रोजगार के अब कोई विकल्प नहीं हैं। खबरों के मुताबिक, करीब 2000 चीनी नागरिक हिमालयी देश में फंसे पड़े हैं।
चीनी नागरिकों के लिए विश्व स्तर पर यह ट्रेंड देखने को मिल रहा है। इसके विपरीत, पड़ोसी भारत ने भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए सबसे बड़ा मिशन ‘वंदे भारत मिशन’ शुरू किया और अपने नागरिकों को स्वदेश वापस लाया। बता दें कि 31 अक्तूबर, 2021 तक वंदे भारत मिशन के तहत 2,17,000 से अधिक उड़ानों का संचालन किया गया है और 183 करोड़ से अधिक यात्रियों को सुविधा प्रदान की गई।
वहीं दुनिया भर में अपनी आर्थिक ताकत का धौंस जमाने वाला चीन अपने नागरिकों के मामले में फिसिड्डी साबित हुआ है। उनके करोड़ों नागरिक स्वदेश लौटने की प्रत्याशा में हैं लेकिन चीनी प्रशासन इस दिशा में कोई सकारात्मक पहल नहीं कर रही है।