ढाका/नयी दिल्ली/ बांग्लादेश स्थित दक्षिण-पूर्वी जिला, बंदरबन के पहाड़ी क्षेत्र में आतंकवादियों ने हमला कर आठ अल्पसंख्यकों को मौत के घाट उतार दिया। स्थानीय पुलिस ने इस घटना के पीछे कुकी चिन फ्रंट का हाथ बताया है। पुलिस के एक स्थानीय अधिकारी ने आशंका व्यक्त की है कि अभी हाल ही में यूनाइटेड पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट से अलग हुए उक्त संगठन ने अपने वर्चस्व को लेकर अभियान प्रारंभ किया है। संभवत इस संगठन ने घटना को अंजाम दिया है। वैसे अभी तक घटना के कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि झड़पों के कारण बड़ी संख्या में स्थानीय लोग इलाके से भाग गए। यह घटना बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी बंदरबन जिले के रोवांगछारी उपजिला में गुरुवार रात को हुई, जिसे उग्रवाद का गढ़ माना जाता है। बंदरबन के रोआंगछारी उपजिला (उप-जिला) के एक दूरस्थ कोने में गुरुवार देर रात गोलीबारी हुई।
स्थानीय पुलिस अधिकारी अब्दुल मन्नान ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘हमने घटनास्थल से आठ शव बरामद किए हैं।’’ मन्नान ने कहा, ‘‘शवों को पोस्टमार्टम और अन्य कानूनी औपचारिकताओं के लिए शुक्रवार को उप जिला मुख्यालय लाया गया।’’
स्थानीय लोगों के अनुसार संघर्ष के बाद करीब 200 लोग अपने घरों से भाग गए और उन्होंने रोआंगछारी में सेना के शिविर में शरण ली। पुलिस झड़प के कारणों का पता नहीं लगा पाई है।
बता दें कि यह क्षेत्र जनजातीय बाहुल्य है और यहां कई आतंकवादी संगठन अपने वर्चस्व की लड़ाई में लगे रहते हैं। अभी हाल ही में यूनाइटेड पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूपीडीएफ) से अलग होकर कुकी चिन फ्रंट (केएनएफ) नामक नए संगठन की स्थापना हुई है। संभावना जताई जा रही है कि इसी संगठन ने वर्चश्व को लेकर इस घटना को अंजाम दिया है।