पाटण के संडेर में खोडलधाम संकुल का शिलायास, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल रहीं उपस्थित

पाटण के संडेर में खोडलधाम संकुल का शिलायास, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल रहीं उपस्थित

गांधीनगर/ खोडलधाम ट्रस्ट ने सौराष्ट्र के प्रसिद्ध यात्राधाम कागवड के श्री खोडलधाम संकुल की भाँति समग्र गुजरात के चार अंचलों में खोडलधामों का निर्माण करने का संकल्प व्यक्त किया है। इस संकल्प के अंतर्गत कागवड खोडलधाम के निर्माण के बाद अब उत्तर गुजरात अंचल में पाटण के संडेर में 40 बीघा भूमि में अनुमानित 100 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित होने वाले खोडलधाम का शिलान्यास रविवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में किया गया।

भूमिपूजन समारोह में खोडलधाम के अध्यक्ष नरेशभाई पटेल सहित राजनीतिक, सामाजिक अग्रणी एवं लेउवा पाटीदार समाज के परिवारजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा, “संडेर में भव्य खोडलधाम मंदिर बनने जा रहा हैय जहाँ भविष्य में कौशल्य का निर्माण होगा और युवाओं को प्रेरणा के साथ रोजगार मुहैया कराने वाली गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। खोडलधाम समग्र समाज के विकास के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा। इसके लिए मैं नरेशभाई तथा उनकी टीम को धन्यवाद देती हूँ। सामान्य रूप से मंदिर का निर्माण दर्शन, पूजा-अर्चना और भक्ति में लीन होने के लिए होता हैय परंतु मंदिर चेतना का केन्द्र बनना चाहिए, जहाँ समस्याओं का समाधान हो। यह कार्य करने के लिए मैं खोडलधाम ट्रस्ट की टीम को अभिनंदन देती हूँ।”

पटेल ने सभी को सुझाव देते हुए कहा कि बेटियों तथा माताओं के स्वास्थ्य की विशेष चिंता करें और वे स्वस्थ रहें तथा कैंसर जैसी बीमारियों से मुक्त रहेंय ऐसे प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने जोड़ा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2024 तक भारत को क्षयमुक्त करने का अभियान चलाया है। इसमें भी मंत्रियों, विधायकों, सांसदों को सक्रिय भूमिका निभानी है। उन्होंने स्वयंसेवकों से कहा कि अनेक लोग सरकारी योजनाओं से गरीबी से मुक्त हुए हैं। इसलिए अधिकतम् लोगों तक सरकारी योजनाओं के लाभ पहुँचाए जाने चाहिए। उन्होंने खोडलधाम के निर्माण के लिए दान देने वाले सभी दाताओं को अभिनंदन दिया।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने नवरात्रि के पावन प्रसंग की शुभकामनाएँ देते हुए कहा, “आज दुर्गाष्टमी के पावन प्रसंग पर पवित्र तीर्थधाम खोडलधाम के आँगन में आकर दिव्यता के साथ गौरव की अनुभूति कर रहा हूँ।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त नेतृत्व के परिणामस्वरूप देश में सांस्कृतिक नवजागरण का नया अध्याय शुरू हुआ है। आज अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। उज्जैन महाकाल मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, केदारनाथधाम के विकास के साथ अनेक आस्था केन्द्र नए रंग-रूप प्राप्त कर रहे हैं। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से ज्योतिर्लिंग सोमनाथ का भी सर्वग्राही विकास हो रहा है। राज्य सरकार द्वारा द्वारिका कॉरिडोर का विकास किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खोडलधाम संकुल ने वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना साकार करने का कार्य किया है और खोडलधाम की सेवाभावी गतिविधियों का लाभ सभी समाजों को पहुँचा कर सामाजिक समरसता का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है। खोडलधाम संकुल अध्यात्म के साथ आधुनिकता का केन्द्र बनेगा। यहाँ मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कृषि अनुसंधान केन्द्र, युवाओं के लिए पुस्तकालय-छात्रावास जैसी सुविधाओं होंगी और साथ ही नागरिकों के लिए सरकारी योजना सहायता केन्द्र भी बनेंगे।

भूपेंद्र पटेल ने कहा कि सनातन विचारधारा के वाहक समान मंदिर समाज में सदाचार एवं मानवता के मूल्यों का प्रसार करते हैं। सनातन परंपरा के मंदिर उपासना एवं भक्ति के स्थानक हैं और साथ ही शैक्षणिक तथा सांस्कृतिक गतिविधियों व सामाजिक चेतना के जीवंत केन्द्र भी हैं।

खोडलधाम मंदिर तथा ट्रस्ट इसका उत्कृष्ट उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि बहुविद् गतिविधियों तथा सेवाकार्यों के साथ-साथ परफेक्ट मैनेजमेंट एवं विशिष्ट विजन के चलते खोडलधाम की ख्याति एवं सुगंध चहुँओर फैली है। राज्य सरकार ने भी पाटण जिले के तीर्थस्थानों के लिए विशेष अनुदान आवंटित किया है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पाटीदार समाज की चर्चा करते हुए कहा कि पाटीदार समाज पानीदार समाज है, जो “कण से मन” भी पैदा करने की और पत्थर से पानी निकालने की क्षमता वाला समाज है। पाटीदार समाज शिक्षा तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि उसने व्यवसाय-रोजगार, पंचायत से पार्लियामेंट तक हर क्षेत्र में अपना योगदान दिया है। विकट स्थिति में रास्ता निकालना पाटीदारों की विशेषता है। पाटीदार समग्र विश्व में फैल जाने के बावजूद अपनी मातृभूमि का ऋण चुकाना कभी नहीं भूले हैं।

उन्होंने कहा कि पाटीदार समाज की सेवाभावी गतिविधियाँ देश एवं राज्य में सभी समाजों का सहारा बनी हैं। पाटीदार समाज की संस्थाओं की सेवाभावी प्रवृत्तियाँ अन्य समाजों के लिए भी प्रेरणादायी बनी हैं। इसके लिए उन्होंने सभी को अभिनंदन दिया।

कागवड खोडलधाम के अध्यक्ष नरेशभाई पटेल ने सभी को शुभकामनाएँ देते हुए कहा, “आज केवल आनंद का दिवस या ऐतिहासिक दिवस ही नहीं है, बल्कि पाटीदारों के लिए गौरव का दिवस भी है। खोडलधाम की सफलता के आप सभी भागीदार हैं। खोडलधाम की इस सफलता में महानुभावों का महायोगदान है।” उन्होंने कहा कि “रानी की वाव” के बाद पाटण में अब खोडलधाम प्रमुख पर्यटन केन्द्र बनेगा।

पूर्व केबिनेट मंत्री प्रफुलभाई पटेल ने सभी को नवरात्रि के शुभ दिवसों की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि समाज को एक करने की भावना के साथ और जरूरतमंद लोगों की सहायता करने का कार्य खोडलधाम ट्रस्ट के माध्यम से शुरू हुआ है। अब इस दूसरे खोडलधाम का निर्माण होने जा रहा है, जो हम सबके लिए गौरव की बात है। समाज को एक विचार से राज्यहित-राष्ट्रहित के लिए काम करना चाहिए। देश की प्रगति में लेउवा पाटीदार समाज की मुख्य भूमिका होनी चाहिए।

इस अवसर पर कृषि मंत्री राघवजीभाई पटेल ने कहा कि समाज किस प्रकार आगे बढ़ेय इसके लिए वर्षों पहले बाबासाहब आंबेडकर ने कहा था कि किसी भी समाज की प्रगति उसके संगठन पर निर्भर है। इसलिए आप संगठन शक्ति अधिक मजबूत बनाना। साथ ही, समाज के लिए शिक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ना आवश्यक है। समाज को संगठित तथा शिक्षित होकर समाज के विकास के लिए संघर्ष के लिए भी तैयार रहना पड़ता है। समाज आगे बढ़ता है, तो प्रगति होती है। कृषि मंत्री ने अपील की कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंट्र पटेल के नेतृत्व वाली सरकार में सर्वांगीण विकास कार्य हो रहे हैं, जिसका लाभ आप सभी लें।

स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेशभाई पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि गुजरात का नेतृत्व संभालने वाले मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के कार्यकाल में गुजरात विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। राज्य में सनातन धर्म के साथ सेवाभावी गतिविधियाँ भी हो रही हैं। आज नवरात्रि के पावन पर्व पर संडेर में खोडलधाम का भूमि पूजन हुआ है। यह खोडलधाम यात्राधाम के रूप में विकसित होगा तथा युवाओं को राह दिखाएगा। गुजरात को राह बताने में पाटीदार समाज का बहुत बड़ा योगदान रहा है, जो सेवाभावी गतिविधियाँ राज्य की धरोहर बनी हैं। उन्होंने कहा, “हमें आने वाली पीढ़ी के लिए भी धार्मिक धरोहर का निर्माण करना चाहिए। खोडलधाम स्वास्थ्य एवं शिक्षा का धाम बनेगा।”

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