नई दिल्ली/ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को पुष्टि की कि वह लॉस एंजिल्स में 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिये अपनी तरफ से दावा पेश करेगा।
आईसीसी पिछले कुछ समय से क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने की कोशिश कर रहा है तथा उसके इस दावे को दुनिया के सबसे धनी बोर्ड बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) का भी समर्थन हासिल है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने हाल में इस पर अपनी राय स्पष्ट की थी।
अपनी स्वायत्तता खत्म होने और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के हस्तक्षेप की आशंका को देखते हुए बीसीसआई इससे पहले ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने को लेकर बहुत उत्साहित नहीं था लेकिन अब शाह ने आश्वासन दिया है कि यदि आईसीसी दुनिया के सबसे बड़े खेल महाकुंभ में जगह पाने में सफल रहता है तो भारत उसमें भाग लेगा।
आईसीसी ने ओलंपिक कार्य समूह भी गठित किया है जो कि क्रिकेट को 2028 से ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनाने की दिशा में काम करेगा।
आईसीसी चेयरमैन ग्रेग बारक्ले ने बयान में कहा, ‘‘हम सब एक इस दावे को लेकर एकमत हैं और हम ओलंपिक को क्रिकेट के भविष्य के रूप में देखते हैं। हमारे वैश्विक स्तर पर एक अरब से अधिक प्रशंसक हैं और इनमें लगभग 90 प्रतिशत क्रिकेट को ओलंपिक में देखना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि क्रिकेट के पास मजबूत और जुनूनी प्रशंसकों का आधार है विशेषकर दक्षिण एशिया में जहां उसके 92 प्रतिशत प्रशंसक हैं। इसके अलावा अमेरिका में ही तीन करोड़ क्रिकेट प्रशंसक हैं। इन प्रशंसकों के लिये अपने नायकों को ओलंपिक पदक के लिये प्रतिस्पर्धा करते हुए देखना शानदार होगा। ’’
क्रिकेट को 1998 में राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया था। अब बर्मिंघम में 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में महिला क्रिकेट के रूप में इस खेल की वापसी होगी।
बारक्ले ने हाल में समाप्त हुए तोक्यो ओलंपिक के आयोजकों को कोविड-19 महामारी के बावजूद खेलों का सफल आयोजन करने के लिये बधाई दी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आईसीसी की तरफ से आईओसी (अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति), तोक्यो 2020 के आयोजकों और जापान के लोगों को मुश्किल परिस्थितियों में भी अद्भुत खेलों के आयोजन के लिये बधाई देना चाहता हूं।’’
बारक्ले ने कहा, ‘‘यह देखना वास्तव में शानदार रहा कि खेल लोगों की भावनाओं पर हावी हो गये और हम भविष्य के खेलों में क्रिकेट की भागीदारी देखना पसंद करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करना शानदार होगा लेकिन हम जानते हैं कि ओलंपिक में जगह बनाना आसान नहीं है क्योंकि कई अन्य खेल भी ऐसा चाहते हैं। लेकिन हमें लगता है कि यह हमारे लिये अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने और यह दिखाने का सर्वश्रेष्ठ समय है कि क्रिकेट और ओलंपिक की भागीदारी कितनी शानदार हो सकती है।’’
लॉस एंजिल्स खेलों की वेबसाइट के अनुसार आईओसी 2024 में यह तय करेगी कि 2028 के ओलंपिक में किन खेलों को शामिल किया जाना है।
इसमें कहा गया है, ‘‘आईओसी 2028 में होने वाले ओलंपिक में किसी नये खेल को शामिल करने के लॉस एंजिल्स 2028 के प्रस्ताव पर 2024 में विचार करेगी। तोक्यो और पेरिस के बाद लॉस एंजिल्स तीसरी आयोजन समिति होगी जो नये खेलों को शामिल करने का प्रस्ताव रखेगी।’’
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष इयान वाटमोर आईसीसी ओलंपिक कार्य समूह की अगुवाई करेंगे और उनके साथ आईसीसी की स्वतंत्र निदेशक इंदिरा नूयी भी होंगी।
जिम्बाब्वे क्रिकेट के तावेंग्वा मुकुहलानी, आईसीसी के एसोसिएट सदस्य निदेशक और एशियाई क्रिकेट परिषद के उपाध्यक्ष महिंदा वाल्लिपुरम तथा अमेरिका क्रिकेट के पराग मराठे भी इस कार्य समूह में शामिल हैं।
क्रिकेट को केवल एक बार पेरिस ओलंपिक 1900 में इन खेलों में शामिल किया गया था लेकिन तब केवल दो टीमों ने इसमें भाग लिया था। इंग्लैंड ने दो दिवसीय मैच में फ्रांस को हराकर स्वर्ण पदक जीता था।